सियाचिन यानी दुनिया का सबसे ऊंचा और दुर्गम युद्धक्षेत्र। हर पग पर चुनौतियों का अंबार। तापमान शून्य से 60 डिग्री सेल्सियस तक जाने वाला इलाका। लेकिन बावजूद भारतीय सैनिक यहां ना केवल डटे हुए हैं बल्कि पूरे दमखम के साथ हर परिस्थिति को मात देकर तिरंगा फहराते हैं। खबर है कि अब से यहां भी इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर ने इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। फायर एंड फ्यूरी कोर द्वारा दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर 19,061 फीट पर सियाचिन सिग्नलर्स द्वारा सैटेलाइट-आधारित इंटरनेट सेवा शुरू की गई है। उल्लेखनीय है कि फायर एंड फ्यूरी कोर के पास सियाचिन की भी जिम्मेदारी है जो पिछले तीन दशक से अधिक समय से दुनिया का सबसे अधिक ऊंचाई पर और सबसे ठंडा युद्ध का मैदान बना हुआ है।
Satellite-based internet service has been activated on the Siachen Glacier at 19,061 feet, the World's Highest Battlefield, by the Siachen Signallers: Indian Army’s Fire & Fury Corps pic.twitter.com/BIbCbGoRfv
— ANI (@ANI) September 18, 2022
दुर्गम युद्धक्षेत्र
सियाचिन ग्लेशियर भारत-पाक नियंत्रण रेखा के पास लगभग 78 किमी में फैला है। पूरी दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है यह। यहां तापमान शून्य से 60 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है। जिसकी वजह से वहां रहने वाले सैनिकों को फ्रॉस्टबाइट यानी की ज्यादा ठंड की वजह से शरीर के सुन्न हो जाने की परेशानी हो जाती है। बता दें कि 1984 से यहां भारतीय सैनिक लगातार डटे हुए हैं। इसके एक तरफ पाकिस्तान तो दूसरी तरफ अक्साई चीन है। सामरिक दृष्टि से यह इलाका बहुत महत्वपूर्ण है।
In keeping with its commitment to fight the future wars with Indigenous Solutions, #IndianArmy invites Indian Defence Industry to offer critical defence equipment for Emergency Procurement. #IndianArmy #InStrideWithTheFuture pic.twitter.com/eAHYEM3cp7
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) September 18, 2022
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