बंगाल-झारखंड सीमा पर बीरभूम स्थित रामपुरहाट थाने के सुरीचुआ मोस्तानमोड़ के पास अन्य राज्यों से बंगाल में लाई गई 48 गायों को पुलिस ने गोतस्करों से मुक्त कराया गया है। इस दौरान पुलिस ने एक गोतस्कर को भी गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान शेख बाबर के रूप में हुई है। दरअसल, पुलिस के अनुसार दुमका-रामपुरहाट मार्ग पर दो लॉरियों और एक पिकअप वैन से गायों को बीरभूम लाया जा रहा था। उसी समय रामपुरहाट थाने की पुलिस ने गायों से लदी इन गाड़ियों को जब्त किया। लेकिन पुलिस कार्रवाई में गाड़ियों के चालक फरार होने में सफल हो गए। लेकिन एक गाड़ी चालक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि गायों को बिहार से बीरभूम के नलहाटी पशु बाजार ले जाया जा रहा था। उसके बाद रामपुरहाट थाने की पुलिस ने गायों से लदे वाहनों को जब्त कर लिया।
गौरतलब है कि गोतस्करी को लेकर पश्चिम बंगाल की राजनीति गरमाई हुई है। गोतस्करी के आरोप में टीएमसी के नेता अनुब्रत मंडल सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में सीबीआई और ईडी की कार्रवाई चल ही रही है। लेकिन बावजूद राज्य में गोतस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है।
पहले भी हो चुकी है छापेमारी
पिछले दिनों बीरभूम में दो बार छापेमारी कर गायों की तस्करी की घटना उजागर हुई थी। बता दें कि पुरुलिया जिले में दूध का कंटेनर पलट गया था, जिसमें कई गायें निकली थीं। इसमें कई की तो मौत तक हो गई थी। पुलिस ने इस घटना में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। इस मामले की सीआईडी जांच कर रही है. पुलिस ने अवैध शिकार, लापरवाही से वाहन चलाने से दुर्घटना, आपराधिक साजिश और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था।
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