पंत नगर । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ सामायिक विषयों पर खुलकर संवाद किया। उन्होंने विद्यार्थियों से उनके भविष्य और वर्तमान नई शिक्षा नीति के विषय पर बातचीत की। गांधी हाल में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में 800 युवाओं ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में निशा सिंह ने बैकलॉग के पद भरे जाने तथा बरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के संबंध में प्रश्न किया, जिस पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि बैकलॉग ही नहीं अन्य रिक्त पदों को भरना भी सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं। भर्ती घोटाले पर उठे सवाल पर उन्होंने कहा कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं में नकल एवं पेपर लीक की शिकायत पर तुरंत एक्शन लेते हुए डीजीपी को तत्काल जांच के निर्देश दिए गए थे, जिसमें अब तक 41 गुनहगारों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार व्यक्तियों की संपत्तियां कुर्क करने के आदेश दिए गए हैं तथा उन पर गैंगस्टर के साथ ही अन्य धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जब तक घोटाले में शामिल हर एक व्यक्ति जेल नहीं पहुंच जाता, तब तक जांच चलती रहेगी। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से भर्ती होने वाले 7000 पदों को तत्काल भरने के लिए उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को भर्ती के लिए नामित किया गया है। 7000 भर्तियों के लिए लोक सेवा आयोग द्वारा अक्टूबर माह में विज्ञप्ति जारी हो जाएगी। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा समय सारणी निर्धारित कर ली गई है जो कि शीघ्र ही जारी की जाएगी। राज्य के विभिन्न विभागों में रिक्त 12000 पदों को भी शीघ्र भरा जाएगा।
छात्र राहुल भट्ट ने देश की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में प्रधानमंत्री द्वारा अर्थव्यवस्था बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में पूछा, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा की देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए अधिक उपज उत्पादन पर जोर दिया गया है, जिसके परिणाम स्वरूप खाद्यान्न आयात नहीं करना पड़ रहा और भारत खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। भारत की जीडीपी की बहुत बड़ी धनराशि रक्षा उपकरण एवं हथियार खरीदने में जाती थी, रक्षा उपकरणों के आयात के विपरीत भारत रक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहा है तथा रक्षा उपकरण आयात के स्थान पर निर्यात की ओर ध्यान दिया जा रहा है। पिछले 8 सालों में सकल घरेलू उत्पाद दोगुना हुआ है तथा प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि 2010 में भारत विश्व की 10वीं बड़ी अर्थव्यवस्था थी परंतु अब भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।
उन्होंने कहा कि देश में जब पोलियो वायरस आया था तब देश को पोलियो की दवाई मिलने में 15 साल का वक्त लग गया था, परंतु जब कोरोना ने विश्व भर में दस्तक दी तो विश्व जगत यह चिंता कर रहा था कि यदि भारत में यह बीमारी फैली तो विश्व के लिए भारत जिम्मेदारी बन जाएगा परंतु पीएम नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश के सभी नागरिकों को प्रथम व द्वितीय डोज के साथ ही बूस्टर डोज भी फ्री में लगाई गई तथा विश्व के अन्य देशों को भी कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध कराई गई। कोरोना काल में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को घर चलाने एवं चूल्हा जलाने के लिए प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री ही नहीं बल्कि अभिभावक होने के नाते पूरे देश की चिंता की और किसी भी गरीब को भूखा न सोना पड़े, इसलिए गरीब कल्याण अन्न योजना चलाई तथा सभी परिवारों के लिए अन्न की व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रही है।
छात्र विभाष ने वर्तमान आयु में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वस्थ रहने के बारे में जानना चाहा, जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 घंटे में से 20 घंटे काम करने के बावजूद तरोताजा रहते हैं। अनुशासन, नियम एवं संयम का ही परिणाम है, जिसके कारण वे आज भी नौजवानों जैसे ही ऊर्जावान दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्ति को अनुशासन के साथ ही व्यायाम एवं शारीरिक गतिविधियां करने के लिए समय निकालना चाहिए और व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।
छात्र प्रशांत ने नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पश्चात भारत के पाक तथा चीन संबंधों में आए परिवर्तन के बारे में जानना चाहा, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भी सैनिक का बेटा हूं और मेरे पिताजी ने 30-32 साल देश की विभिन्न क्षेत्रों में रहकर सेवा की है। मेरे पिताजी शांति सेना में श्रीलंका भी गए थे। बचपन में मेरे मन मे भी यह सवाल आता था कि भारत-पाक युद्ध हुआ तो हमारी जीत निश्चित होगी परंतु जब चीन के साथ युद्ध की बात आती थी तो मन में संशय के बादल छाए रहते थे। मन में संशय के यह बादल भारत चीन युद्ध की 1962 की लड़ाई का परिणाम थे, परंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पश्चात गलवान घाटी में देश के सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। गलवान घाटी में बलिदान सैनिक हमें विरासत में सोच देकर गए हैं कि कोई भी आंख उठाकर देखेगा तो उसे हार मिलेगी। देश की सेना सदा ही शौर्य और पराक्रम का इतिहास लिखती आई है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत शक्तिशाली देश के रूप में उभरा है। विश्व में कोई भी घटना होती है तो दुनिया भारत की ओर देखती है। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान देश के झंडे का पराक्रम देखने को उस समय मिला जब देश के विद्यार्थियों के साथ ही विश्व के अन्य देशों के व्यक्तियों ने भी यूक्रेन से निकलने के लिए हमारे देश के तिरंगे का सहारा लिया।
अरुण कुमार ने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री जी स्वयं यह कहते हैं कि यह दशक उत्तराखंड का दशक होगा इसके लिए क्या-क्या योजनाएं चलाई जा रही है, जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का दशक तब होगा जब राज्य में पर्यटन तेजी से आगे बढ़ेगा। पर्यटकों को अच्छी सुविधाएं मिलें। पर्यटन के क्षेत्र में अच्छी एवं आधारभूत सुविधाएं कैसे मिलेंगी, अवस्थापना विकास सुविधाओं, रेस्टोरेंट, बंगले, यातायात एवं रेलवे परिवहन आदि को सुविधाजनक बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। हमारा राज्य एवं देश अतिथि देवो भव के भाव से काम करता है, सभी के मन में अतिथि देवो भव का भाव होना चाहिए। जो भी पर्यटक एक बार राज्य में आए वह सुखद अनुभव लेकर यहां से जाए ताकि एक बार आए तो बार-बार आने की इच्छा करें। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन नीति में बदलाव किया जा रहा है। उन्होंने ऋषिकेश के ताज होटल का हवाला देते हुए कहा कि अकेले एक होटल से करोड़ों का राजस्व 1 साल में मिलता है। इस प्रकार के होटल यदि राज्य में होंगे तो निश्चित ही राज्य को विकास में नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा कि जल विद्युत परियोजनाओं, योग, वेलनेस सेंन्टर, उद्योग, आयुष के साथ ही सभी क्षेत्रों में मिलकर काम करना होगा। इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने के लिए सभी व्यक्तियों को अपना-अपना काम एवं जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा, ईमानदारी एवं कर्तव्य निष्ठा से करना होगा, तभी ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा और इसके लिए सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे।
योगेश आर्य ने प्रदेश के पर्यटन प्रदेश के रूप में विकसित किए जाने हेतु पर्यटन विकास लिए चलाई जा रहे स्कीम की के बारे में पूछा, जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जब राज्य गठन हुआ था तब यह प्रश्न गहराई से जुड़ा था कि राजस्व का विकास का आधार क्या होगा कैसे विकास की संरचना को गढ़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य में पर्यटन विकास हेतु पर्यटन नीति में परिवर्तन किया जा रहा है। इस बार चार धाम यात्रा पर रिकॉर्ड तोड़ 31 लाख से ज्यादा यात्री दर्शन कर चुके हैं तथा इस बार कांवड़ यात्रा में भी चार करोड़ से ज्यादा शिवभक्त कांवड़ लेकर जा चुके हैं। केदारनाथ में तीसरे चरण का काम तेजी से चल रहा है तथा बदरीनाथ का मास्टर प्लान भी तैयार हो गया है। सड़कों को एक कोने से दूसरे कोने तक जोड़ने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। रुद्रपुर, हल्द्वानी, मुरादाबाद बायपास तथा काशीपुर-मुरादाबाद रोड फोरलेन स्वीकृत हो चुकी है। आने वाले समय में कैलाश मानसरोवर की यात्रा सड़क मार्ग से ही की जाएगी। राज्य में पर्यटन के विकास के लिए रेलव, एयर कनेक्टिविटी, रोड कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग रेल मार्ग शीघ्र शुरू हो जाएगा, जिस पर तेजी से कार्य चल रहा है। उड़ान सेवा में प्रत्येक जगह को हेली सेवा से जोड़ने का काम उत्तराखंड कर रहा है। एवियशन टर्बो फ्यूल पर टैक्स में 18 प्रतिशत की छूट दी गई है अर्थात 2 प्रतिशत ही टैक्स वसूला जा रहा है।
छात्रा चित्रा हलदर ने पूछा कि मोदी जी से वार्तालाप में उत्तराखंड के विषय में क्या वार्ता होती है जिस पर मुख्यमंत्री धामी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि पहले जब मैं पीएम साहब से मिलने के लिए गया था तब मेरे भी मन में यही था कि किस प्रकार के सवाल होंगे और क्या-क्या जवाब देना होगा, परंतु जब मैं उनसे मिला सवालों के जवाब दे दिये तथा 15 मिनट के बाद में बहुत ही ज्यादा अपने आप को सरल एवं सहज महसूस करने लगा। मैं यह भी भूल गया कि यह मेरे सम्मुख प्रधानमंत्री जी बैठे हैं। जब मैंने प्रधानमंत्री जी को अद्वैत आश्रम संबंधित स्वामी विवेकानंद की पुस्तक भेंट की तब उन्होंने नारायण आश्रम, अद्वैत आश्रम, आदि कैलाश, केदारनाथ के विकास तथा बदरीनाथ के मास्टर प्लान एम्स की प्रगति के साथ ही राज्य के हर सेक्टर एवं क्षेत्र के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री जी राज्य के हर क्षेत्र एवं परिस्थितियों से भलीभांति परिचित हैं। प्रधानमंत्री जी से 15 मिनट का समय मिलने के लिए लिया गया था परंतु प्रधानमंत्री जी द्वारा पूरे 1 घंटा 30 मिनट का समय दिया गया और उन्होंने राज्य के संपूर्ण भूभाग एवं क्षेत्रों के कार्यों की जानकारी ली। प्रधानमंत्री जी का राज्य से गहरा लगाव है।
छात्रा मानसी पांडे ने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात मॉडल की तरह आपका क्या मॉडल है, जिस पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 साल गुजरात के सीएम रहे, उनका गुजरात मॉडल में सुशासन, उद्योग, सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया। उनके शासन में दिन-रात का कोई भी अंतर नहीं करते थे। गुजरात मॉडल पूरी दुनिया में सराहा गया। मोदी जी की विचारधारा को न मानने वाली सरकारों ने भी गुजरात मॉडल को स्वीकार किया है। राज्य के विकास हेतु 6000 एकड़ लैंड बैंक निकाला गया है, पर्यटन नीति में बदलाव कर रहे हैं और वेलनेस सेंटर आदि की स्थापना की जा रही है। समस्याओं के समाधान हेतु सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं चौथे नंबर पर संतुष्टि का भाव से कार्य कर रहे हैं। राज्य में कार्य संस्कृति में बदलाव किया गया है। जनसंख्या घनत्व बढ़ रहा है, असामाजिक तत्व राज्य में बनाना ले पाए इसके लिए सघन ड्राइव चलाया जा रहा है। निवेशकों को कोई परेशानी न हो, उद्योगों से रोजगार मिले एक सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है। इसके साथ ही सभी क्षेत्रों में भी कार्य किये जा रहे हैं।
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