पीएम मोदी ने इंजीनियर्स डे पर विश्वेश्वरैया को किया याद, जानिए कौन है प्रख्यात अभियंता सर 'मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया'
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

पीएम मोदी ने इंजीनियर्स डे पर विश्वेश्वरैया को किया याद, जानिए कौन है प्रख्यात अभियंता सर ‘मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया’

- 1928 में रूस ने पहली बार पंचवर्षीय योजना तैयार की, लेकिन विश्वेश्वरैया ने आठ वर्ष पहले ही 1920 में अपनी किताब 'रिकंस्ट्रक्टिंग इंडिया' में इस बारे में चर्चा की थी।

by WEB DESK
Sep 15, 2022, 03:48 pm IST
in भारत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को इंजीनियर्स डे के मौके पर प्रख्यात अभियंता सर एम विश्वेश्वरैया को याद किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “सभी इंजीनियरों को इंजीनियर्स डे की बधाई। हमारा देश धन्य है कि हमारे पास कुशल और प्रतिभाशाली इंजीनियरों का एक पूल है जो राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं। हमारी सरकार अधिक इंजीनियरिंग कॉलेजों के निर्माण सहित इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए काम कर रही है।”

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “इंजीनियर्स डे पर, हम सर एम। विश्वेश्वरैया के पथप्रदर्शक योगदान को याद करते हैं। वह भविष्य के इंजीनियरों की पीढ़ियों को खुद को अलग करने के लिए प्रेरित करते रहें। मैं पिछले मन की बात कार्यक्रमों में से एक का एक अंश भी साझा कर रहा हूं जहां मैंने इस विषय पर बात की थी।”

जानिए कौन है विश्वेश्वरैया

विश्वेश्वरैया को पूरे देश में सर एमवी के नाम से भी जाना जाता है। जीवन के संघर्षों से पार पाकर एक साधारण से परिवार के उस लड़के की कहानी जिसने इंजीनियरिंग के क्षेत्र में इतिहास रचा। अपने काम का लोहा मनवाया और भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न हासिल किया। आज इन्ही के नाम पर इनके जन्मदिन पर अभियन्ता दिवस (इंजीनियर्स डे) मनाया जाता है।

15 सितंबर 1861 को मैसूर के कोलार जिले में एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के घर डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म हुआ। विश्वेश्वरैया के पिता श्रीनिवास शास्त्री चिकित्सक होने के साथ साथ संस्कृत के विद्वान भी थे। एम। विश्वेश्वरैया के देश के प्रति किए गए महान कार्यों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए भारत सरकार ने साल 1968 में उनके जन्मदिन को इंजीनियर्स डे के तौर पर मनाने का एलान किया था। हम यहां आपको इंजीनियरिंग को एक नई ऊंचाईयों पर पहुंचाने वाले एम। विश्वेश्वरैया के बारे में 15 रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं।

1. एम विश्वेश्वरैया एक साधारण परिवार में जन्मे थे। मात्र 12 वर्ष की उम्र में उनके पिता का निधन हो गया। तमाम कठिनाइयों से गुजरते हुए उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी। बाद में उन्होंने कई विद्यालयों की स्थापना भी की।

2. पढाई भले से ही कठिनाइयों से होकर गुजरी हो, लेकिन एक ऐसा भी समय आया जब उन्होंने पॉलीटेक्निक कॉलेज को 1 लाख रुपये से ज्यादा का दान किया।

3. 1909 में उन्हें मैसूर राज्य का चीफ इंजीनियर का पद दिया गया।

4. हैदराबाद शहर की सिंचाई व्यवस्था दुरुस्त करना एक चुनौती थी। इसके लिए उन्होंने स्टील के दरवाजे के जरिए स्वचालित ब्लॉक सिस्टम को ईजाद किया और पानी के बहाव को रोकने की तरकीब दी। आज यह प्रणाली पूरे विश्व में प्रयोग में लाई जा रही है।

5. विश्वेश्वरैया ने मूसा व इसा नामक दो नदियों के पानी को बांधने के लिए भी प्लान तैयार किया था। इसके बाद उन्हें मैसूर का चीफ इंजीनियर नियुक्त किया गया।

6. उन्होंने विशाखापत्तनम बंदरगाह को समुद्री कटाव से बचाने के लिए एक प्रणाली विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मैसूर में कृष्णा राजा सागर (KRS) बांध के निर्माण में वे चीफ इंजीनियर थे।

7. 1912 से 1918 तक एम। विश्वेश्वरैया मैसूर के दीवान रहे।

8. 1928 में रूस ने पहली बार पंचवर्षीय योजना तैयार की, लेकिन विश्वेश्वरैया ने आठ वर्ष पहले ही 1920 में अपनी किताब  ‘रिकंस्ट्रक्टिंग इंडिया’ में इस बारे में चर्चा की थी।

9. एम विश्वेश्वरैया का सपना था कि मैसूर राज्य में एक ऑटोमोबाइल और एक एयरक्राफ्ट फैक्ट्री हो। उन्होने इसके लिए 1935 से प्रयास प्रारंभ किया। उनके ही प्रयासों से बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट फैक्ट्री (अब हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स) और बेंगलुरु में प्रीमियर ऑटोमोबाइल फैक्ट्री स्थापित हुई।

10. उन्हें “आधुनिक मैसूर राज्य का जनक” कहा जाता है।

11. एम विश्वेश्वरैया को 1955 में भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न मिला।

12. अंग्रेज सरकार ने भी उन्हे ‘सर’ की उपाधि से भी नवाजा था। इसलिए उन्हें सर एम। विश्वेश्वरैया भी कहा जाता है।

13. एम विश्वेश्वरैया को भारत समेत दुनियाभर से सम्मान और मानद डॉक्टरेट की उपाधि मिली थी। उन्हें भारत के 8 विश्वविद्यालयों ने  मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया था।

14. विश्वेश्वरैया चुस्त कपड़े पहनते थे। वे भाषण देने के पहले उसकी पूरी तैयारी करते थे और अक्सर भाषण लिखकर उसे टाइप भी करवा लेते थे।

15. 14 अप्रैल 1962 को 101 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। लेकिन उनके कालजयी कार्यों के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा।

Topics: Engineers Dayइंजीनियर्स डेEngineers Day Specialइंजीनियर्स डे विशेषWho is Visvesvarayaकौन है विश्वेश्वरैयाMokshagundam Visvesvarayaमोक्षगुंडम विश्वेश्वरैयाBirthday of Mokshagundam Visvesvarayaक्यों मनाया जाता है इंजीनियर्स डेWhy is Engineers Day celebratedNational Newsसर एमवी के बारे में सब कुछEverything about Sir MVराष्ट्रीय समाचारकौन है सर एमवीWho is Sir MVTrending Newsभारत रत्न विश्वेश्वरैयाBharat Ratna Visvesvarayaट्रेंडिंग समाचारEminent Engineers of Indiaभारत के प्रख्यात अभियंताEngineer Visvesvarayaअभियंता विश्वेश्वरैया
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

वक्फ बोर्ड

वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक: मुस्लिम समुदाय के उज्जवल भविष्य की कुंजी

14000 फीट की ऊंचाई पर शिवाजी महाराज की विशाल प्रतिमा का अनावरण : लद्दाख में भारत का चीन को कड़ा संदेश

चुनाव जीतने को केजरीवाल दिल्ली में फर्जी वोटों की राजनीति कर रहे हैं : वीरेंद्र सचदेवा

हंगामे के बीच राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

अपनी जड़ों से जुड़े रहने वाले राष्ट्र विकास और राष्ट्र निर्माण में आगे बढ़ते हैं : नरेन्द्र मोदी

सुशासन का प्रतीक बन रही हैं भाजपा की डबल इंजन की सरकारें : प्रधानमंत्री मोदी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies