यूपी में शाहजहांपुर के तिलहर थाना क्षेत्र के गांव कपसेड़ा के पास हाईवे पर नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। नमाज पढ़ने वालों ने अन्य यात्रियों की सुरक्षा का भी ख्याल नहीं किया। इस घटना के सामने आते ही हिंदू संगठनों ने विरोध जताते हुए कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद पुलिस ने भी कार्रवाई की।
क्या है पूरा मामला
रविवार शाम पश्चिम बंगाल से अजमेर जा रही जायरीनों से भरी बस लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर शाजहांपुर के तिलहर थाना क्षेत्र के गांव कपसेड़ा स्थित एक ढाबे पर रुकी। बस में लगभग 70 लोग सवार थे। शाम को नमाज अदा करने के लिए जायरीन राष्ट्रीय राजमार्ग की लिंक रोड पर कपड़ा बिछाकर बैठ गए। वहां से गुजर रहे विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री राजेश अवस्थी ने मुख्यमंत्री के आदेशों का हवाला देते हुए सड़क पर नमाज अदा करने का विरोध किया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। इस पर जायरीन अपनी गलती की माफी मांगने लगे।
पुलिस ने की कार्रवाई
एसपी-सीओ को मामले की जानकारी दिए जाने पर तिलहर थाने से प्रभारी वीरेंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बस समेत सभी को थाने भिजवाया। सोमवार सुबह पश्चिम बंगाल के परगना चौबीस जिला के थाना न्यूटाउन क्षेत्र निवासी बस चालक सुजाईदास, परिचालक वहितरान समेत 20 लोगों का शांतिभंग में चालान कर दिया। इसके अलावा बस का भी चालान कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश में सड़क पर धार्मिक आयोजनों पर है रोक
उत्तर प्रदेश में सड़क पर किसी भी प्रकार का धार्मिक आयोजन करने पर रोक है। यूपी सरकार ने अगस्त 2019 में इस पर रोक लगा दी थी। इसके तहत सड़क पर न तो नमाज पढ़ी जा सकती है और न ही कोई धार्मिक आयोजन हो सकता है। यूपी सरकार के नियम के मुताबिक सिर्फ नमाज ही नहीं, बल्कि और दूसरे धर्म के लोग सड़क पर कोई ऐसा धार्मिक आयोजन नहीं कर सकते, जिससे आम लोगों को परेशानी हो और ट्रैफिक पर असर पड़े।
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