उत्तर प्रदेश में 1 से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही 7 से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। सीएम योगी अभियान का शुभारंभ करेंगे। दोनों अभियानों में 11 विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मिलकर दिमागी बुखार, वायरस और बैक्टीरिया से जुड़ी बीमारियों की रोकथाम के लिए घर-घर दस्तक देंगे। इस वर्ष अभियान का यह तीसरा चरण है। इससे पहले अप्रैल और जुलाई में अभियान का सफल संचालन किया जा चुका है।
अभियान के दौरान आशा बहनें और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर सर्वे करेंगी। वह टीबी, फ्लू, बुखार, कुपोषित बच्चों और आईएलआई (इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस) समेत अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों की पहचान कर उनकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को सौंपेंगी। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने अभियान को शुरू करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज और ग्राम्य विकास विभाग, शिक्षा विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, उद्यान विभाग और सूचना विभाग को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। अभियान से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूनिसेफ भी जुड़ेंगे। अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए हर विभाग से प्रदेश स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। वह अभियान से जुड़ी गतिविधियों की मॉनिटरिंग करेंगे। इस अभियान में वायरस, बैक्टीरिया से जुड़ी बीमारी को नियंत्रित करने, साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जलजमाव की रोकथाम, शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए जागरुकता समेत अन्य गतिविधियों पर विशेष जोर दिया जा रहा है, ताकि आमजन बीमारियों को लेकर जागरूक हो सकें।
शिक्षा विभाग वेक्टर जनित रोगों को लेकर जागरूक करने के लिए पोस्टर प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता, क्विज प्रतिस्पर्धा का आयोजन करेगा। अभियान के दौरान दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा जापानी इंसेफेलाइटिस और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम रोग के बाद दिव्यांग हुए बच्चों का सर्वे कराया जाएगा, ताकि उन्हें सहायक उपकरण उपलब्ध कराए जा सके। साथ ही शहरी और ग्रामीण इलाकों में फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाएगा। इसके अलावा गंदगी वाली जगह को चिन्हित कर वृहद स्तर पर साफ सफाई कराई जाएगी।
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