अवैध कब्जा कैसे किया जाता है, इसका उदाहरण पूर्वी चंपारण के सुगौली में देखने को मिला। देखते ही देखते 11 एकड़ के तालाब पर अवैध मुस्लिम बस्ती बस गई। यह वह पोखर था जिसमें श्रद्धालु छठ मैया की पूजा किया करते थे। स्थानीय लोगों ने अवैध कब्जा करने वाले लोगों से कहा कि पोखर पर कब्जा न करें, यहां पूजा होती है। लेकिन अतिक्रमणकारी नहीं माने। इसके बाद लोगों ने फिर कहा कि घर का गंदा पानी तालाब में न जाए। जब आप गंदे पानी से वजू नहीं करते हैं, तो हम भला छठी मैया की पूजा उस गंदे पानी में कैसे करें।
अवैध रूप से कब्जा जमाए लोगों ने बात अनसुनी कर दी। इसके बाद स्थानीय लोग हाई कोर्ट गए। हाई कोर्ट ने स्थानीय लोगों के पक्ष में फैसला सुनाकर अवैध अतिक्रमण हटाने को कहा। जब आदेश पर अमल नहीं हुआ तो कोर्ट ने डीएम, एसपी से पूछा कि अभी तक अतिक्रमण क्यों नहीं हटाया गया। इसकी रिपोर्ट 12 सितंबर को कोर्ट में प्रस्तुत करने को कहा।
लोगों का कहना है कि अवैध कब्जा करने वालों को मंत्री और विधायकों का संरक्षण मिला हुआ है। मुस्लिम बस्ती के कुछ कट्टरपंथी लोग खुलेआम धमकी देते हैं कि जो लोग उनकी बस्ती हटवाने के लिए कह रहे हैं उन्हें मार दो। बताया जा रहा है कि यहां मुसलमानों के अवैध रूप से सौ से अधिक घर बने हुए थे।
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