असम के गोलपारा जिले के पखुरिया चर के स्थानीय निवासियों ने मंगलवार को एक मदरसे को खुद ही ध्वस्त कर दिया। मदरसे से जुड़े एक मौलवी को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गोलपारा के पुलिस अधीक्षक वीवी राकेश रेड्डी ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने एक मदरसे को ध्वस्त करने की पहल की। इसमें सरकार शामिल नहीं थी। स्थानीय लोग हैरान थे कि जिस जिहादी को गिरफ्तार किया गया वह मदरसे में कैसे पढ़ा रहा था। लोगों ने कड़ा संदेश दिया है कि वे जिहादी गतिविधियों का समर्थन नहीं करते हैं और असम में इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
असम पुलिस के सीपीआरओ ने बताया कि गोलपारा जिले में दरोगर अलगा, पखिउरा चर के स्थानीय लोगों ने मदरसे और मदरसे से सटे आवास को स्वेच्छा से ध्वस्त कर दिया। इनका इस्तेमाल दो संदिग्ध बांग्लादेशियों द्वारा जिहादी गतिविधियों के केंद्र के रूप में किया जाता था।
मदरसों पर कार्रवाई जारी रहेगी।
हिमंत सरकार उन मदरसों को ध्वस्त कर रही है, जो आतंकियों के ठिकाना बने हुए हैं। सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि आतंकी गतिविधियों में संलिप्त मदरसों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। जो मदरसे ध्वस्त किए गए हैं, वे अलकायदा के कार्यालय थे। असम में इस तरह के दो से तीन मदरसे गिराए गए हैं। अब मुस्लिम समुदाय के लोग ही इन्हें ध्वस्त करने लगे हैं। उनका कहना है कि उन्हें ऐसे मदरसे नहीं चाहिए जो आतंकियों के लिए काम कर रहे हैं।
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