पुदुच्चेरी एक दुखद घटना प्रकाश में आई है जिसमें 13 साल के मासूम लड़के को बस इस बात पर एक लड़की की मां ने जहर दे दिया क्योंकि वह लड़का हमेशा फर्स्ट आता था। लड़की की मां विक्टोरिया से बेटी का दूसरे नंबर पर रहना बर्दाश्त ही नहीं हो रहा था। मासूम की हत्या करने की दोशी लड़की की ईसाई मां विक्टोरिया को पुलिस ने पकड़ लिया है।
विक्टोरिया का कहना है कि उसकी बेटी उस लड़के बाला की कक्षा में हैं लेकिन परीक्षाओं में हमेशा बाला ही पहले नंबर पर रहता था और उसकी बेटी दूसरे नंबर पर। इस वजह से विक्टोरिया बाला से इतनी चिढ़ने लगी कि जहर पिलाकर उसकी जान ही ले ली।
यह हैरतअंगेज घटना पुदुच्चेरी के कराईकल स्थान पर घटी है। यहां के एक स्कूल में 8वीं में पढ़ने वाले छात्र बाला की इस लोमहर्षक हत्या से पूरा क्षेत्र स्तब्ध है और आक्रोश में है। परीक्षा में वह प्रथम क्या आया, दूसरे स्थान पर रहने वाली बच्ची की मां विक्टोरिया सहयारानी को इतनी जलन हुई कि उसने उस लड़के को ही रास्ते से हटाने की ठान ली।
घटनाक्रम के अनुसार, 13 साल का मृतक बालक बाला मणिकंदन नेहरू नगर, कराईकल के ‘स्टर्लाइट इंग्लिश स्कूल’ में आठवीं कक्षा में पढ़ता था। गत 2 सितम्बर को स्कूल का वार्षिक समारोह चल रहा था जब विक्टोरिया ने उसे जहर मिली कोल्ड ड्रिंक पिला दी।
मृतक बच्चे के पिता राजेंद्रन के अनुसार, उनका बेटा बाला गत 2 सितंबर को सुबह स्कूल के वार्षिक उत्सव में शामिल होने गया था। वहां से वह दोपहर में घर लौटा। घर आते ही वह उल्टियां करने लगा। जब उससे यह पूछा कि कुछ गलत तो नहीं खाया-पिया, तो उसने बताया कि स्कूल के गार्ड ने उसे बस एक कोल्ड ड्रिंक दी थी पीने को। उसे पीने के बाद से ही उसके पेट में दर्द हुआ और उल्टियां होने लगीं। बाला की हालत बिगड़ती देखकर घर वालों ने उसे स्थानीय अस्पताल में दिखाया। वहां इलाज शुरू हुआ, लेकिन इसी के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
बच्चे का पोस्टमॉर्टम हुआ, तब पता चला कि उसे कोल्ड ड्रिंक के साथ जहर मिलाकर पिलाया गया था। परिवार के इस बारे में पूछताछ की तो स्कूल के गार्ड देवदास ने पूरा मामला सामने रखा जिसे सुनकर बाला के माता-पिता के होश उड़ गए। उसने बताया कि कोई महिला आई थी, जिसने कहा कि वह बाला की रिश्तेदार है। उसने बाला को देने के लिए गार्ड को एक कोल्ड ड्रिंक पकड़वाई और चली गई। गार्ड ने वह कोल्ड ड्रिंक बाला को दी और बाला ने पी ली।
यह सुनकर हक्के-बक्के से घर वाले स्कूल प्रशासन के आगे गिड़गिड़ाए कि उन्हें स्कूल का सीसीटीवी कैमरा रिकार्डिंग देखने दी जाए। उसे देखा गया तो उसमें विक्टोरिया सहयारानी साफ दिख गई। अब तो बाला के माता-पिता ने पुलिस में रिपोर्ट लिखवाई, जिसमें विक्टोरिया के शामिल होने की बात भी की। पुलिस ने ऐसे गंभीर मामले पर फौरन कार्रवाई करते हुए विक्टोरिया को हिरासत में ले लिया।
विक्टोरिया ने पुलिस के सामने अपना अपराध स्वीकार किया। पुलिस भी उसकी कहानी सुनकर हैरान रह गई। विक्टोरिया ने बताया कि बाला की क्लास में उसके साथ पढ़ रही उसकी बेटी बाला के फर्स्ट आने की वजह से दूसरे नंबर पर रह जाती थी। यही वजह थी कि उसे बाला से ऐसी जलन हुई कि अपनी बेटी को पहले नंबर पर लाने के लिए उसने बाला को जहर देकर मार दिया।
इस दुखद घटना से बच्चों से अभिभावकों की उन्माद की हद तक बढ़ती अपेक्षाएं एक बार सामने आई हैं। बच्चा कितने भी अच्छे अंक प्राप्त कर ले, लेकिन अगर क्लास में उससे एक नंबर भी आगे कोई हो तो बच्चे काे उलाहनाएं दी जाती हैं और दुत्कारा जाता है। समाज में अपने बच्चे के माध्यम से रुतबा बढ़ाने की उम्मीदें पालने वाले माता-पिता न सिर्फ बच्चे को मानसिक आघात पहुंचा रहे हैं बल्कि ईर्ष्या में इस हद तक उतर जाते हैं कि फिर वही होता है जो पुदुच्चेरी की विक्टोरिया ने किया। यह घटना एक सबक के तौर पर ली जानी चाहिए।
A Delhi based journalist with over 25 years of experience, have traveled length & breadth of the country and been on foreign assignments too. Areas of interest include Foreign Relations, Defense, Socio-Economic issues, Diaspora, Indian Social scenarios, besides reading and watching documentaries on travel, history, geopolitics, wildlife etc.
टिप्पणियाँ