भारत ने स्पष्ट किया है कि उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन के राष्ट्रपति के संबोधन के मुद्दे पर रूस के खिलाफ मतदान नहीं किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि सुरक्षा परिषद में मुद्दा यह था कि यूक्रेन के राष्ट्रपति को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लेने की अनुमति दी जाए। जेलेंस्की इसके पहले भी दो बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक को संबोधित कर चुके हैं। इस माध्यम से उनके संबोधन के पक्ष में मतदान करने का अर्थ रूस के खिलाफ मतदान करना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि सुरक्षा परिषद में हाल में जेलेंस्की के संबोधन को लेकर एक प्रक्रियागत मामला आया था जिसके पक्ष में परिषद के भारत सहित 13 सदस्यों ने मतदान किया था। रूस में इसका विरोध किया था जबकि चीन ने मतदान में भाग नहीं लिया था। भारत के रवैए को लेकर मीडिया के एक वर्ग में कहा गया था कि भारत ने पहली बार रूस के खिलाफ मतदान किया है।
मानेसर में एससीओ के तहत सुरक्षा अभ्यास में पाकिस्तान पर्यवेक्षक के तौर पर लेगा भाग
प्रवक्ता ने कहा कि मानेसर में शंघाई सहयोग संगठन कि आतंकवाद विरोधी प्रक्रिया के तहत 8 देश सुरक्षा अभ्यास में भाग लेंगे। पाकिस्तान के इसमें पर्यवेक्षक के रुप में शामिल होने की संभावना है।
रूस में होने वाली सुदूर पूर्व आर्थिक वार्ता में भारत होगा शामिल
उन्होंने कहा कि रूस में आयोजित होने वाली सुदूर पूर्व आर्थिक वार्ता में भारत शामिल होगा। भारत का प्रतिनिधित्व किस स्तर पर होगा इस संबंध में यथा अवसर जानकारी दी जाएगी।
अग्निवीर के तहत भारतीय सेना में गोरखा का स्वागत
प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय सेना में बोरगांव की नियुक्ति होती रही है और अग्निवीर योजना के तहत भी उनकी नियुक्ति पहले की तरह ही जारी रहेगी। नेपाल ने भारतीय सेना से अनुरोध किया है कि जब तक अग्निपथ टूर-ऑफ-ड्यूटी योजना के बारे में अधिक स्पष्टता न हो, तब तक नेपालियों की भर्ती स्थगित कर दी जाए।
इस्लामिक स्टेट आतंकी को गिरफ्तार करने के लिए भारत ने किया रूस का धन्यवाद
प्रवक्ता ने रूस की खुफिया एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती हमलावर की गिरफ्तारी के बारे में कहा कि ताशकंद यात्रा पर रहे रक्षा मंत्री ने इसके लिए रूस का आभार व्यक्त किया है।
पाकिस्तान में सिख युवती के अपहरण और धर्म परिवर्तन की भारत ने की निंदा
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में सिख युवती के अपहरण और उसके जबरन धर्म परिवर्तन के संबंध में कहा कि यह पाकिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न का एक और उदाहरण है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश में संस्थागत रूप से अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न होता आया है। भारत का आग्रह है कि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न रोके और उन्हें सुरक्षा प्रदान करें।
सलमान रुश्दी पर हमले की भारत ने की निंदा
प्रवक्ता ने जाने-माने लेखक सलमान रुश्दी पर हुए घातक हमले की निंदा करते हुए कहा कि भारत धार्मिक कट्टरता और उसके आधार पर होने वाली हिंसक कार्रवाइयों का विरोध करता है।
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