तमिलनाडु के तंजावुर जिले में थंडनथोटम के नादानपुरेश्वरर शिवन मंदिर से गायब हुई चोल काल के शैव संप्रदाय के कवि एवं संत संबंदर की 13वीं शताब्दी की उत्कृष्ट कांस्य की मूर्ति अमेरिका में क्रिस्टी नीलामी हाउस में मिली है. तमिलनाडु पुलिस की मूर्ति विंग को प्रत्यर्पण समझौते के तहत वापस लाने का उपाय किया जाएगा. आइडल विंग के अधिकारी के अनुसार मूर्ति की कीमत करीब एक करोड़ से ज्यादा की है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही आइडल विंग ने अमरीका के न्यूयॉर्क बॉन्हम ऑक्शन हाउस से देवी पार्वती की भी मूर्ति खोजी थी.
उत्कृष्ट है कांस्य की मूर्ति
संत संबंदर की सुंदर नक्काशीदार मूर्ति की कमर में घंटियों वाला कमरबंद लिपटा हुआ है. बाएं पैर को ऊपर उठाए हुए और अपने बाएं हाथ को फैलाए हुए कमल के फूल पर नृत्य करती हुई इस मूर्ति के टखनों, बाहों, छाती, गर्दन और कानों पर सजाने वाले आभूषण जड़े हुए हैं. मूर्ति की बादाम की आकार की आंखें, सिर को सुशोभित करने वाली एक लंबी शंक्वाकार टोपी और एक पुष्प मंडल शिल्पकार की निपुणता को प्रदर्शित करता है. उसी थंडनथोटम मंदिर से गायब हुई देवी पार्वती की मूर्ति मिलने के बाद यह दूसरा मामला है, जब अमेरिका में तमिलनाडु से गायब हुई कोई प्राचीन मूर्ति मिली है.
1971 में चुराई गई थीं पांच मूर्तियां
नादानपुरेश्वर शिवन मंदिर से संबंदर, कृष्ण कलिंग-नर्थना, अय्यनार, अगस्तियार और देवी पार्वती की मूर्ति समेत कुल पांच मूर्तियों को 1971 में चुराया गया था. इस संबंध में के वासू नामक एक व्यक्ति ने 2019 में शिकायत दर्ज कराई थी. मूर्ति प्रकोष्ठ पुलिस के अनुसार निरीक्षक इंदिरा ने क्रिस्टी नीलामी हाउस की वेबसाइट पर प्रदर्शित संबंदर की मूर्ति का पता लगाया. विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि चुराई गई यह मूर्ति क्रिस्टी को मिली और फिर उसने यह मूर्ति नीलाम कर दी. तमिलनाडु के मूर्ति प्रकोष्ठ ने क्रिस्टी से मूर्ति को लौटाने का आग्रह किया है.
ऑक्शन हाउस को लिखा पत्र
आइडल विंग ने मूर्ति को वापस पाने के लिए अमरीका के ऑक्शन हाउस को पत्र लिखा है. प्रत्यर्पण समझौते के तहत संबंदर की कांस्य मूर्ति को वापस लौटाने की मांग की गई है. अगर मूर्ति लौट आती है तो एक ही मंदिर से गायब पांच मूर्तियों में से अब अन्य तीन को खोजना ही शेष रह जाएगा.
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