पश्चिम बंगाल के सीमांत इलाकों में लंबे समय से गोतस्करी होती चली आ रही है. लेकिन हाल के कुछ वर्षों में बीएसएफ की सख्ती के बाद से इसमें कमी आई है. बीते दिनों बीएसएफ की ओर से बाकायदा वर्षवार आंकड़े जारी किए गए थे. लेकिन सख्ती के बीच गोतस्करों ने तस्करी के नए तरीके खोज निकाले हैं. दरसअल बीते मंगलवार को पुरुलिया में तस्करों की करतूत उस समय सामने आई जब दूध की गाड़ी पलट गई. लेकिन लोग उस समय हैरत में रह गए जब गाड़ी पलटने से दूध नहीं बल्कि गायों का झुंड बाहर निकला. इस दौरान कई गायों की मौत तक हो गई थी. हालांकि पुलिस ने खानापूर्ति करते हुए कहा है कि मामले की जांच की जा रही है.
@WBPolice have been instructed by Kingpin @MamataOfficial to innovate & find novel ways to smuggle cattle.
Seeking inspiration from Pushpa movie, an Amul (milk) Container was being used to move cattle at Purulia. It got exposed as the vehicle met with accident & skidded off road: pic.twitter.com/0Nkm0ybadx— Suvendu Adhikari (@SuvenduWB) August 23, 2022
खबरों के अनुसार पुरुलिया बांकुड़ा सीमा पर बिशपुरिया के निकट एक दूध का ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया था. ट्रक को पलटता देख स्थानीय लोग जमा हो गए, लेकिन ट्रक पलटने के बाद लोग यह देखकर अचंभित रह गये कि ट्रक के अंदर गायें थीं. कुछ गायों की मौत तक हो गई थी. लोगों ने आनन-फानन में उन्हें निकाला और पुलिस को सूचना दी. मौके पर जब तक पुलिस पहुंचती तब तक ट्रक चालक फरार हो चुके थे. पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है. दूसरी तरफ भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस घटना को ट्वीट किया और ममता बनर्जी पर निशाना साधा है.
पुलिस की मिलीभगत से हो रही तस्करी
घटना के बाद से भाजपा टीमएसी और पुलिस-प्रशासन पर हमलावर है. स्थानीय भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि पुलिस और तृणमूल के गुंडों की मिलीभगत से गोतस्करी हो रही है. इसी तरीके से स्थानीय लोग भी कहते हैं कि बिना पुलिस की शह के तस्करी हो ही नहीं सकती. गोतस्करों को पूरा संरक्षण मिला रहता है, जिससे इनके हौसले बुलंद रहते हैं. बता दें कि गोतस्करी में संलिप्त टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल पर शिकंजा कसता जा रहा है. सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है.
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