हिमाचल प्रदेश की सरकार ने केंद्र को देश के सबसे बड़े सौर ऊर्जा पार्क की डीपीआर बनाकर भेज दी है। जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति जिले में ये पार्क 880 मेगावाट का होगा और इसे काजा क्षेत्र में लगाया जाना है।
सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड ने हिमाचल सरकार की तरफ से ऊर्जा पार्क की डीपीआर रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट को सरकार ने केंद्रीय नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय को भेजा है। जानकारी के मुताबिक ये सोलर पार्क ऊर्जा योजना करीब पांच हजार करोड़ की है।
लाहौल-स्पीति के काजा क्षेत्र में सात स्थानों पर 100 से 200 मेगावाट सोलर ऊर्जा उत्पादन पैनल लगाए जाने हैं। इससे क्षेत्र की ऊर्जा जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा। इस तरह की छोटी सोलर ऊर्जा पार्क योजना किनौर में 400 मेगावाट की चार हजार करोड़ की लागत से उत्पादन शुरू करने जा रही है।
हिमाचल प्रदेश ने जल विद्युत परियोजनाओं के स्थल पर ही सोलर ऊर्जा पार्क विकसित करने की योजनाओं पर काम शुरू करके सस्ती बिजली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है। ये ऐसे स्थानों पर लगाए जा रहे हैं जहां बर्फबारी का और ठंडे मौसम का कोई असर नहीं होगा। हिमाचल प्रदेश में एनएचपीसी ने पहले से ही अपने जल विद्युत परियोजनाओं के जलाशयों में भी सोलर पैनल के जरिए ऊर्जा उत्पादन शुरू कर दिया है।
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