उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ में कैंसर संस्थान के परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कैंसर संस्थान में एक ऑपरेशन थियेटर का भी लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद पहली ऐसी सरकार जो हम सब की स्मृतियों में है। उन्होंने जो कहा वह करके दिखाया। प्रदेश में सुशासन का मानक तय किया। सांस्कृति व आध्यात्मिक धरोहर के संरक्षण के लिए काम किया। उस समय प्रदेश में आतंकवाद की सुगबुगाहट हो रही थी उसकालखण्ड में कल्याण सिंह ने प्रदेश की बागडोर संभाली थी। उस समय सरकार की धमक क्या हो सकती है। उन्होंने इसकी पुख्ता नींव डाली थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अंदर सुशासन और लोककल्याण का मार्ग कल्याण सिंह ने सुझाया था। बाबू जी के नाम के अनुरूप यह प्रदेशवासियों के कल्याण का कारक बने इसलिए कैंसर संस्थान का नाम कल्याण सिंह के नाम से रखा गया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी व्यक्ति की कसौटी का मानक उसका भाषण नहीं होता। कोरोना महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश ने साबित किया है कि उत्तर प्रदेश के अंदर क्षमता है। पांच वर्ष के दौरान यूपी में 37 मेडिकल कॉलेज बनाने का काम हुआ है। अब हम एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज बनाने वाले हैं। प्रदेश के अंदर ग्रामीण परियोजना का काम कल्याण सिंह के नाम से होगा।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बाबू कल्याण सिंह सामाजिक समरसता के प्रतीक पुरूष थे। सच्चा रामराज्य कल्याण सिंह की सरकार में था। उनकी सरकार में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होता था। केशव प्रसाद ने कहा कि हम कल्याण सिंह के सपने को पूरा करने का काम करेंगे। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बाबू जी एक गांव से निकलकर प्रदेश को एक नयी दिशा देने का काम किया। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि बाबू जी गांव गरीब व जमीन से जुड़े रहे। उन्होंने प्रदेश और देश के लिए बहुत कुछ किया।
सांसद राजवीर सिंह ने कहा कि बाबू जी ने कहा कि राममंदिर के लिए एक नहीं सौ-सौ सत्ता को मैं ठोकर मार सकता हूं। उन्होंने देश व प्रदेश के लिए संघर्ष किया। उन्होंने झुकना नहीं सीखा था। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर, केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा, पशुधन मंत्री, धर्मपाल सिंह, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर और महापौर संयुक्ता भाटिया प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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