महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पूर्व महाराष्ट्र में खेल श्रेणी के तहत ‘दही-हांडी’ को मान्यता देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि गोविन्दों को खेल श्रेणी के तहत नौकरी मिलेगी। ‘दही-हांडी’ प्रतियोगिता के दौरान सभी ‘गोविंदाओं’ के लिए 10 लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान किया जायेगा।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में बताया कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाते समय मानव मीनार बनाते समय होने वाली दुर्घटना में घायल गोविंदा को राज्य सरकार आर्थिक मदद देगी। किसी गोविंदा की आकस्मिक मृत्यु होने पर उनके परिवार वालों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। इसी तरह गंभीर जख्मी होने वाले गोविंदा को साढ़े सात लाख और सामान्य घायल गोविंदा को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद मुख्यमंत्री सहायता कोष से की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष यह मदद सीधे सरकार की ओर से दी जाएगी, अगले वर्ष से सभी गोविंदाओं को 10 लाख रुपये का बीमा करवाया जाएगा। साथ ही श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के समय मानव मीनार बनाने को साहसी खेल में शामिल किया जाएगा और इस खेल को कबड्डी और खो खो जैसी सुविधा दी जाएगी। सरकारी नौकरियों में इस खेल में शामिल खिलाड़ी गोविंदा को ५ फीसदी नौकरी में आरक्षण भी दिया जाएगा। वित्तीय सहायता की योजना बनाई गई है।
विधानसभा में गुरुवार को सुबह शिवसेना विधायक सुनील प्रभू ने महाराष्ट्र में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाते समय बनाए जाने वाले मानव मीनार को साहसी खेल का दर्जा दिए जाने और इस खेल में घायल गोविंदाओं का सभी सरकारी, स्थानीय नगर निकाय की ओर से संचालित अस्पतालों में मुफ्त इलाज करवाए जाने का निर्णय लेने की मांग की थी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि विधायक प्रताप सरनाईक सहित कई अन्य विधायकों ने भी इसी तरह की मांग की थी। इसलिए यह निर्णय संबंधित सभी विभाग मिलकर अगले वर्ष के लिए स्थाई नियम बनाएंगे।
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