उत्तराखण्ड राज्य को नमामि गंगे परियोजना के तहत् गंगा नदी जल प्रदूषण नियंत्रण एवं गंगा तटों पर जनसुविधा विकसित किये जाने हेतु लगभग 118 करोड की लागत की परियोजनाओं को राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार की 44वीं कार्यकारी समिति की बैठक में सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान की गयी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री मोदी जी व केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि पूर्व में हमारे राज्य ने नमामि गंगे प्रोजेक्ट में गंगा स्वच्छता मिशन में सराहनीय काम किया है जिसके बाद हमे और योजनाएं केंद्र ने दी है।
श्री धामी ने कहा,नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत् स्वीकृत परियोजनाएं उत्तराखण्ड में गंगा एवं इसकी सहायक नदियों की स्वच्छता एवं निर्मलता हेतु अत्यधिक महत्वपूर्ण परियोजनाएं है। जिसमें ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत मुनी की रेती ढ़ालवाला, स्वर्गाश्रम एवं नीलकंठ जैसे धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर अपशिष्ट जल प्रबन्धन हेतु रू0 90.90 करोड़ की परियोजना स्वीकृत की गयी है, जिसके तहत् कुल 12.80 एम.एल.डी. क्षमता के 04 सीवेज शोधन संयत्र (एस.टी.पी.) निर्माण, सीवर लाईन एवं सीवेज पम्पिंग स्टेशन निर्माण के कार्य किये जायेंगे। इसके अतिरिक्त श्री बद्रीनाथ जी धाम में स्वीकृत रीवर फ्रन्ट डेवलेपमेन्ट के कार्यो हेतु रू0 27.18 की 02 परियोजनायें भी स्वीकृत की गयी है, जिसके तहत् सुरक्षात्मक कार्य, ई0वी0 ट्रैक, टॉयलेट, दुकानें आदि का निर्माण कार्य किया जायेगा।
जी. अशोक कुमार, महानिदेशक, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में उत्तराखण्ड राज्य से उदय राज सिंह अपर सचिव, पेयजल (नमामि गंगे) द्वार वर्चुवली रूप से प्रतिभाग किया गया। सभी परियोजनाओं पर शीघ्र ही कार्य आरम्भ किये जायेंगे।
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