आर्यभट्ट वेधशाला नैनीताल सहित देश-दुनिया के खगोल शास्त्रियों की नजर 14 अगस्त को आकाश में एक विशेष घटनाक्रम में रहने वाली है। इस दिन सौर मंडल का ग्रह शनि, पृथ्वी के सबसे नजदीक आएगा।
शनि ब्रह्मांड का सबसे ज्यादा चंद्रमा वाला ग्रह है। 14 अगस्त को धरती के पास आएगा और खगोल वैज्ञानिकों का कहना है कि इस नजारे को लोग बिना टेलीस्कॉप के भी देख सकेंगे। शनि के चारों ओर एक छल्ला रहता है। इसमें 82 चंद्रमा हैं, जिनमें से 17 चांद विपरीत दिशा में घूमते हैं। 14 अगस्त को होने वाली इस खगोलीय घटना के समय केवल 7 चांद बिना दूरबीन के देखे जा सकेंगे।
नैनीताल वेधशाला के अनुसार देश और दुनियाभर के वैज्ञानिक इस खगोलीय घटना पर नजर रखेंगे और शोध कार्य भी करेंगे। सौर मंडल के छठे ग्रह को शनि कहा जाता है। ये बृहस्पति के बाद सबसे बड़ा ग्रह है। पृथ्वी के नजदीक आने पर इसका क्या असर धरती के खगोल पर पड़ेगा, इस पर अभी से बहस शुरू हो गई है। ज्योतिष शास्त्र भी इस घटना पर अपने-अपने कयास लगा रहा है। ज्योतिष शास्त्री कहते हैं कि इसे देखने से ही बचना चाहिए खास तौर पर उन राशि वालों को जिन पर इस समय शनि की महादशा चल रही है।
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