दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड पुलिस ने संयुक्त सूचना पर कारतूस की तस्करी में लिप्त एक गैंग को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 2251 कारतूस बरामद किए गए हैं। जांच एजेंसियां अभी इस मामले की और भी गहराई से छानबीन कर रही हैं।
दिल्ली पुलिस ने एक सूचना के आधार पर अजमल, राशिद, सद्दाम और कामरान को पकड़ा है। ये लोग आनंद विहार से बस में बैठकर जौनपुर जा रहे थे। इनके पास से 2251 कारतूस बरामद हुए हैं। पूछताछ के बाद पुलिस ने रुड़की के रहने वाले नसीर को पकड़ा और उसके बाद परीक्षित नेगी को भी हिरासत में लिया है। परीक्षित नेगी का देहरादून में रॉयल आर्म्स एंड गन हाउस है।
जानकारी के अनुसार परीक्षित नेगी को देहरादून से अमृतसर के एक गन हाउस तक 14 हजार कारतूस की बिक्री और ट्रांसपोर्ट की तीन महीने अनुमति मिली थी, लेकिन ये कारतूस अमृतसर की बजाय दिल्ली के रास्ते जौनपुर ले जाए जा रहे थे। इस मामले में रुड़की के नसीर की भूमिका भी पाई गई है। दिल्ली पुलिस ने इसकी सूचना एसएसपी देहरादून को भेजी है। साथ ही यूपी पुलिस भी जौनपुर में इसकी खरीद करने वालों की जांच पड़ताल कर रही है।
बताया जाता है कि जौनपुर में अनिल नाम के अपराधिक किस्म के व्यक्ति तक ये खेप जानी थी। एसएसपी देहरादून दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के बाद हमने अपनी एक जांच एजेंसी को इस मामले की तह तक जाने के लिए लगाया है।
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