आयकर विभाग को औरंगाबाद में एक बिल्डर और जालना में स्टील उत्पादन करने वाली कंपनियों पर छापे में 390 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिली है। बरामद कैश गिनने में 13 घंटे लगे जिसे गिनते-गिनते आयकर अधिकारी बीमार हो गए। दोनों जगहों पर 3 अगस्त को हुई छापेमारी को आयकर विभाग ने गोपनीय रखा है, जिससे अभी तक अधिकृत जानकारी नहीं मिल सकी है।
आयकर विभाग ने औरंगाबाद में एक बिल्डर और जालना में स्टील उत्पादन करने वाली कंपनियों, एसआरजे पीती स्टील्स प्राइवेट लिमिटेड और कालिका स्टील्स अलाय प्राइवेट लिमिटेड में 3 अगस्त को छापेमारी की। विभाग को इस छापेमारी में करीब 390 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति मिली है। इसमें 58 करोड़ रुपये कैश, 32 किलो सोना, हीरे-मोती के गहने और कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज हैं।
सूत्रों के मुताबिक स्टील फैक्ट्रियों में बेहिसाब संपत्ति की जानकारी आयकर विभाग को मिली थी। औरंगाबाद में कुछ कैटरर्स, बिल्डरों ने कर चोरी के पैसे को व्यापार में लगाया और इसके बाद भी करों की चोरी कर रहे थे। गोपनीय जानकारी मिलने के बाद आयकर विभाग ने औरंगाबाद में तीन लोगों के यहां छापेमारी की। इसके बाद जालना की स्टील उत्पादन करने वाली कंपनियों में कार्रवाई की गई है।
इस छापेमारी को आयकर विभाग के अधिकारियों ने इतना गोपनीय रखा कि छापेमारी में इस्तेमाल की गई कारों पर शादियों में इस्तेमाल होने वाले स्टिकर का इस्तेमाल किया था। नासिक, पुणे, ठाणे और मुंबई के अधिकारियों ने अपने वाहनों पर दुल्हन के नाम का स्टिकर लगा दिया जैसे कि वे किसी शादी में जा रहे हों। कुछ ने ‘दुल्हन हम ले जाएंगे’ टेक्स्ट के साथ अलग-अलग स्टिकर लगाए थे। इसलिए किसी को इस टीम पर शक नहीं हुआ।
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