बाबा केदारनाथ धाम को आज फूलों से सजाया गया है। रक्षा बंधन से पूर्व रात्रि में बाबा की विशेष पूजा की तैयारी पूरी कर ली गई है। आज रात्रि भर बाबा केदार के दर्शन, श्रद्धालुओं के लिए खुले रहेंगे।
बाबा केदार को बारह कुंतल गेंदे के फूलों से सजाया गया है। बुधवार की रात्रि श्रद्धालुओं के लिए खास है। आज शाम बाबा की आरती के बाद स्वयंभू शिवलिंग का पके हुए चावल से शृंगार किया जाएगा। रक्षाबंधन की पूर्व रात्रि भर ये शृंगार रहेगा और सुबह चावलों को मंदाकिनी गंगा में प्रवाहित किया जाएगा। इस परंपरा के पीछे मान्यता है कि महादेव नए अनाज से इस धरती के जहर को जलाभिषेक के माध्यम से खुद में समाहित कर लेते हैं।
बाबा केदार को जो चावल अर्पित किया जाता है वो क्षेत्र में पैदा होने वाले नए धान से निकाला जाता है। ये पका हुआ चावल स्वयंभू शिवलिंग पर लेप कर शृंगार कर दिया जाता है। सुबह जब इसे गंगा में प्रवाहित किया जाता है तो ये भी माना जाता है कि महादेव ने अनाज से सारे विष को अपने लिए ले लिया और ये गंगा के माध्यम से धरती के सभी अनाजों को पवित्र कर जाएगा। रक्षा बंधन के दिन इस पावन धार्मिक मान्यता के साक्षी बनने के लिए हजारों श्रद्धालु बाबा के द्वार पहुंच रहे हैं। हालांकि मौसम भी खराब है, लेकिन तीर्थ यात्रियों में उत्साह और आस्था में कोई कमी नहीं है।
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