हर घर तिरंगा अभियान की घोषणा होने के बाद ही पूरे देश में उत्साह का अलग माहौल दिखाई दे रहा है। कई संस्थाएं हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ कर इस अभियान को आगे बढ़ाने में लगी हुई हैं। इनमे से एक संस्था है एकल अभियान। एकल अभियान ने पूरे देश भर में 50 लाख तिरंगा बनाकर बांटने की योजना बनाई है।
बता दें कि एकल अभियान पूरे देश में एक लाख से अधिक गांव में सक्रिय है और उन गाओं में शिक्षा, संस्कार, जैविक खेती, व्यवसायिक प्रशिक्षण, अरोग्य जैसे प्रकल्पों को चलाता है। इन प्रकल्पों के पीछे महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान है। एकल अभियान ने इन्हीं महिलाओं के जरिये 50 लाख तिरंगा निर्माण की योजना बनाई है। इसपर तेजी से काम भी हो रहा है।
एकल ग्रामोत्थान के राष्ट्रीय संयोजक ललन शर्मा के अनुसार एकल अभियान के अंतर्गत आने वाले हर एक गांव के 50 परिवारों में तिरंगा लगे इसके लिए लगभग 50 लाख तिरंगा निर्माण करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि तिरंगे के लिए लोगों से किसी भी तरह की कोई राशि नहीं ली जाएगी। इसके लिए एकल अभियान की स्थानीय स्तर पर कार्यरत समिति ही पूरे खर्च का वहन करेगी।
इसके लिए एकल अभियान द्वारा हर घर तिरंगा योजना के तहत पूरे देश भर में 11 अगस्त से लेकर 17 अगस्त तक अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लगभग 50 परिवारों को तिरंगा मिले और हर एक गांव में तिरंगा यात्रा निकाली जाए। आपको बता दें कि देश का कोई भी राज्य एकल अभियान के कार्यों से अछूता नहीं है। ललन शर्मा ने कहा कि झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उतराखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, ओडिशा सहित 17 राज्यों के 51 एकल ग्रामोत्थान महिला सशक्तीकरण केंद्रों पर राष्ट्रीय ध्वज के निर्माण में महिलाएं लगी हुई हैं।
ऐसा पहली बार नहीं है जब एकल अभियान द्वारा राष्ट्रीय कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जा रहा हो। पहले भी कोरोना काल के दौरान एकल अभियान ग्रामोत्थान योजना के तहत पूरे देश भर में 31 लाख मास्क बनाकर गाओं और शहरों में वितरण कर चुका है। आरोग्य योजना के तहत पूरे देश भर में होम्योपैथी और आयुर्वेदिक दवाइयां और सैनिटाइजर का भी वितरण किया गया था। साथ ही इस दौरान ऐसे कई घर थे जहां पर भोजन की व्यवस्था नहीं थी उन लोगों तक राशन सामग्री पहुंचाने की भी व्यवस्था की गई थी। इसके साथ ही पूरे देश भर में लगभग 25 सेवा केंद्र बनाए गए थे जहां पर चिकित्सा से संबंधित हर तरह की सुविधाएं मौजूद थीं।
इन सब में एक खास बात यह दिखाई देती है कि एकल अभियान द्वारा अधिकतर सामग्रियां स्थानीय स्तर पर ही निर्माण करके वितरण किया जाता है।
इस विषय पर ललन शर्मा ने बताया कि ऐसा करने से ग्रामीणों में स्वावलंबन की भावना जागृत होती है। वर्तमान में पूरे देश के अंदर एकल अभियान के माध्यम 22,000 महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण दिया गया है। उन्हीं के माध्यम से पहले भी मास्क का निर्माण कराया गया था और अब तिरंगा का निर्माण कराया जा रहा है। इतना ही नहीं एकल अभियान द्वारा पूरे देश के सवा लाख घरों में पोषण वाटिका लगाया गया है। पोषण वाटिका का मतलब यह हुआ कि उन घरों में फल और सब्जियों की कोई कमी ना हो ताकि जो कुपोषण की समस्या गांव में देखी जाती है उस में कमी आ सके। इसी के साथ ग्रामीण बच्चों के कौशल विकास के लिए पूरे देश भर में लगभग 43 कंप्यूटर से लैस बसों का निर्माण किया गया है जो गांव-गांव में जाकर बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इसके तहत अब तक तकरीबन 25000 बच्चे कंप्यूटर का प्रशिक्षण ले चुके हैं।
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