प्रतापगढ़ के कुंडा क्षेत्र में धरने पर बैठे उदय प्रताप सिंह को नजरबंद कर लिया गया है। पुलिस ने शुक्रवार की सुबह उन्हें हाउस अरेस्ट किया जब वे नहाने और पूजा करने के लिए भदरी हाउस गए हुए थे। भदरी हाउस के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। वे बुधवार से धरने पर बैठे हुए थे। इस बीच एक बार उनका ब्लड प्रेशर कम हो गया था। समय–समय पर मेडिकल जांच भी कराई जा रही थी।
उल्लेखनीय है कि शेखपुर आशिक गांव में मुसलमानों ने मोहर्रम के महीने में एक मस्जिदनुमा गेट बना दिया है। हिन्दुओं को उसी द्वार के नीचे से होकर आना-जाना पड़ रहा है। उदय प्रताप सिंह का कहना है कि मुसलमानों ने मनमानी करते हुए उस मस्जिद नुमा गेट का निर्माण किया है। दो दिन पहले प्रतापगढ़ के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी धरनास्थल पर पहुंचे थे। उन लोगों ने उदय प्रताप सिंह को मनाने का प्रयास किया मगर उन्हें भी खाली हाथ लौटना पड़ा। दोनों अधिकारियों ने करीब एक घंटे तक वार्ता की और उनके साथ खाना भी खाया मगर कोई हल नहीं निकल पाया।
उदय प्रताप सिंह गत बुधवार से सुबह धरने पर बैठे थे। उनकी मांग है कि कुंडा के शेखपुर गांव में मुसलमानों ने जो मजहबी द्वार बना दिया है। उस द्वार को हटाया जाए। हिन्दुओं को विवश होकर उस द्वार के नीचे से आना-जाना पड़ रहा है। फिलहाल पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है। आस – पास के लोग उदय प्रताप सिंह के समर्थन में हैं। धरने के दौरान स्थानीय लोगों की काफी भीड़ एकत्र हो रही थी और वहां पर हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा था। बता दें कि उदय प्रताप सिंह, विधायक एवं पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह के पिता हैं।
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