दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने उत्तर-पश्चिम दिल्ली के जहांगीर पुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर हुए दंगे के मामले में फरार चल रहे एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। यह उक्त मामले में 39वीं गिरफ्तारी है। आरोपित की पहचान सांवर मलिक उर्फ अकबर उर्फ कालिया के रूप में हुई है। घटना वाले दिन उसने पुलिस टीम और स्थानीय लोगों पर पथराव किया था। उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा गया था।
अपराध शाखा के डीसीपी विचित्र वीर ने बुधवार को बताया कि दो अगस्त को हेड कांस्टेबल नितिन और नवल जहांगीर पुरी इलाके में मौजूद थे। इस दौरान उन्हें मुखबिर ने बताया कि जहांगीर पुरी दंगों में आरोपित सांवर मलिक उर्फ अकबर फरार चल रहा है। उसे कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर रखा है। वह अभी सी-ब्लॉक में मौजूद है। यह भी पता चला कि अगर उसे नहीं पकड़ा गया तो वह पश्चिम बंगाल भाग सकता है।
इस जानकारी पर इंस्पेक्टर सतीश मलिक की देखरेख में पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और सांवर मलिक को पकड़ने की कोशिश की। इस दौरान उसने पुलिस टीम पर पथराव कर भागने की कोशिश की, लेकिन घायल होने के कारण आरोपित पुलिस की पकड़ में आ गया। उसके खिलाफ जहांगीर पुरी थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आज उसे कोर्ट के समक्ष पेश करेगी।
गिरफ्तार आरोपित चौथी कक्षा तक पढ़ा है। वह कबाड़ी का काम करता है। 2016 में पहली बार उसे चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ हत्या प्रयास का मामला भी दर्ज है। उसके खिलाफ कुल छह आपराधिक मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। हनुमान जयंती वाले दिन उसने लोगों पर पथराव करने के साथ ही बोतलें भी फेंकी थीं। शोभा यात्रा निकाल रहे लोगों के अलावा पुलिस टीम पर भी उसने हमला किया था। बीते 22 जुलाई को उसे अदालत ने भगोड़ा घोषित किया था।
कुछ ऐसे घटी थी पूरी घटना
उल्लेखनीय है कि उत्तर पश्चिमी जिले के जहांगीर पुरी में 16 अप्रैल हुनमान जयंती पर पथराव किया गया। जांच में सामने आया था कि 10 अप्रैल राम नवमी से ही हिंसा के आरोपितों ने 16 अप्रैल हुनमान जयंती पर हिंसा करने की योजना बनाई थी।
योजना के तहत आरोपितों ने घरों की छतों पर पत्थर और कांच की बोतलें रखी थीं, ताकि हनुमान जयंती शोभा यात्रा के दौरान पथराव किया जा सके। 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के दौरान जब शोभा यात्रा सी ब्लॉक मस्जिद के पास पहुंची तो आरोपितों ने साजिश के तहत भीड़ को उकसाते हुए शोभा यात्रा को रोका और रोकने के दौरान पथराव शुरू हो गया।
उक्त मामले में पुलिस अब तक गिरफ्तार आरोपितों के पास से तलवार और देसी कट्टे बरामद कर चुकी है जिनकी संख्या दोनों को मिलाकर करीब 15 है। हिंसा के तीन मास्टरमाइंड तबरेज अंसारी, मोहम्मद अंसार और इशर्फिल थे। वहीं दिल्ली पुलिस अब तक इस हिंसा में तीन नाबालिग समेत 39 लोगों को पकड़ चुकी है।
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