ईरान की एक खबर वाया दुबई आई है कि ईरान के गुप्तचर मंत्रालय ने हाल में कई बहाई पंथावलंबियों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। दुबई के मीडिया के हवाले से पता चला है कि ईरान के गुप्तचर मंत्रालय ने एक बयान जारी करके बताया है कि पकड़े गए संदिग्धों के इस्राएल में बहाई केंद्र से संबंध हैं। उसे लिए वे तेहरान और बाकी जगहों से जानकारियों इकट्ठी करके भेजते थे।
वैसे ईरान के किसी मंत्रालय के लिए बहाई लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी साझा करना आम बात नहीं मानी जाती। वैसे, वहां से छनकर आए इस समाचार में यह साफ नहीं बताया गया है कि ईरान ने कितने बहाइयों को गिरफ्तार किया है।
सरकारी टीवी पर दिखाई गई इससे संबंधित खबर में एक संदिग्ध को यह कहते दिखाया गया है कि ईरान के गुप्तचर मंत्रालय के लोग उस पर नजर रख हुए थे। ईरान में बचे गिने—चुने बहाई पंथ के लोगों की अक्सर यह शिकायत रही है कि उनके साथ बीच—बीच में दुर्व्यवहार किया जाता है, उन पर मुकदमे लगाए जातेे हैं।
दरअसल, शिया बहुल देश ईरान में बहाई पंथ पर सरकार की तरफ से प्रतिबंध है। उल्लेखनीय है कि इस पंथ की एक पारसी आलिम ने 1860 में स्थापना की थी। आज भी उनके अनुयायी उन्हें ‘पैगंबर’ ही मानते हैं। जबकि मुसलमानों का मानना है कि पैगंबर मोहम्मद ही आखिरी ‘पैगंबर’ हैं। यहां यह भी बता दें कि 19वीं सदी के बाद से कई ईरानी बहाई पंथ में कन्वर्ट हो चुके हैं।
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