उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की रहने वाली फरमानी नाज ने ‘हर-हर शंभू’ भजन गाया तो उनके खिलाफ देवबंद के उलेमाओं ने फतवा जारी कर दिया। अब फरमानी ने उलेमाओं को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि जब मेरे पति ने मुझे छोड़ दिया था, तब ये उलेमा कहां थे। ये उलेमा इस्लाम के नाम पर महिलाओं के हर काम को हराम बता देते हैं। ये महिलाएं जाएं तो जाएं कहां।
फरमानी नाज ने यह भी कहा कि वह आगे भी ऐसे ही भजन गाती रहेंगी। सावन के महीने में कांवड़ियों के लिए ‘हर-हर शंभू’ गाना गाया है। आगे भी गाती रहेंगी। जिनको दिक्कत है, वो उनका गाना न सुनें। फरमानी ने कहा कि लोग अगर अच्छा नहीं बोल सकते हैं तो बुरा भी न बोलें। उलेमाओं द्वारा जारी फतवे को लेकर फरमानी ने कहा कि मैं जिन तकलीफों से गुजरी हूं, उसका अंदाजा इन उलेमाओं को नहीं है। मेरा पति मेरे साथ बैठकर दूसरी लड़की से बात करता था। रोकने पर मुझे मारता था, उसके बाद उसने दूसरी शादी कर ली, तब इन उलेमाओं को इस्लाम की याद क्यों नहीं आई।
फरमानी ने बताया कि उनकी शादी 2018 में मेरठ के एक गांव में इमरान अहमद से हुई थी। पति का किसी और लड़की के साथ अफेयर था। यह बात उनके सास-ससुर भी जानते थे। रोकने पर पति मारपीट करता था। उसके बाद बेटा हुआ, वो बोल नहीं पाता था। इसलिए दोनों को परेशान किया जाने लगा, फिर उन्हें घर से निकालर दिया गया और पति ने दूसरी शादी कर ली। बता दें कि फरमानी गाना गाकर अपना जीवन यापन करती हैं। उनका नाज भक्ति के नाम से एक यूट्यूब चैनल है, जिसमें उन्होंने भक्ति से जुड़े गाने गाए हैं। फरमानी नाज इंडियन आइडल सीजन-12 में भी दिखाई दी थीं।
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