पहाड़ों में भारी बारिश के बाद सभी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। गंगा हरिद्वार में खतरे के निशान के पास बह रही है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन से 274 सड़कें बंद पड़ी हैं, जिसे खोलने के लिए सरकारी मशीनरी लगी हुई हैं।
मंगलवार सुबह हैरिस गंगा 293 मीटर के जलस्तर पर बह रही है, पिछले कुछ दिनों से गंगा 290 मीटर से ऊपर बह रही थी। पहाड़ों में पिछले एक हफ्ते में हो रही बारिश ने गंगा का जलस्तर बढ़ा दिया है। हरिद्वार में गंगा के खतरे का निशान 294 मीटर पर है और इस निशान पर कभी पानी पहुंचते-पहुंचते रह जाता है। ऋषिकेश में भी गंगा का रौद्र रूप दिखाई देने लगा है। जिस तरह से पहाड़ों पर मौसम खराब है और बारिश लगातार हो रही है, इसे देख ऐसा लगता है कि गंगा अगले कुछ घंटें में खतरे के निशान को पार कर जाएगी।
गंगा के साथ-साथ यमुना, टौंस, शारदा, सरयू, कोसी, रामगंगा आदि नदियां भी उफान पर आ गई हैं। गंगा की देखरेख कर रहे सिंचाई विभाग उत्तरप्रदेश के अभियंता शिव कुमार कौशिक ने बताया कि गंगा के जल स्तर पर बराबर नजर रखी जा रही है। यूपी में गंगा किनारे के 97 गांव के लोगों को नदी से दूर रहने की चेतावनी जारी कर दी गई है।
हरिद्वार के आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा केतनरी ने बताया कि हमने बाढ़ राहत के लिए अपनी टीमें तैयार की हुई हैं। कोई खतरा होगा तो हम बचाव का काम तुरंत शुरू कर देंगे। उधर पहाड़ों में भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन से 274 सड़कें बंद हो जाने की खबर है, इन सड़कों को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग के अभियंता मौके पर मौजूद बताए जा रहे हैं। कुछ सड़कें ऐसी हैं, जिनके खुलने की संभावना लंबे समय तक नहीं है। ऐसी सड़कों पर रूट डायवर्ट किया गया है।
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