गत दिनों इंदौर में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर हिमालय के चारधाम की साहसिक पदयात्रा कर लौटे वरिष्ठ पत्रकार और रंगकर्मी ओम द्विवेदी ने कहा कि पदयात्राओं से जुड़ी पुरातन मान्यताएं जहां अपने देश, अपने परिवेश को जानने समझने और सामाजिक एकरूपता को पाने का जरिया हैं, वहीं ये हमें मानसिक के साथ शारीरिक आरोग्य भी देती हैं।
उल्लेखनीय है कि श्री द्विवेदी ने तीन महीने तीन दिन में चारधाम की पदयात्रा पूरी की है। इससे पहले इन्होंने नर्मदा नदी की परिक्रमा की थी, जिमसें वे 3,600 किलोमीटर पैदल चले थे। इस उपलब्धि के लिए उन्हें इंदौर के लोगों ने सम्मानित भी किया।
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