मेरठ में पुलिस के द्वारा एक निकाह समारोह की जांच शुरू कर दी गई है। आरोप है कि समारोह में 15 नाबालिग लड़कियों का सामूहिक निकाह करवाया जा रहा था और इसमें सपा के विधायक भी पहुंचे जो पुलिस को देख वहां से घिसक लिए।
जानकारी के मुताबिक प्रतापुर बंबा बाईपास में एक मैरिज हाल में मुस्लिम मालिक समिति द्वारा सामूहिक निकाह समारोह आयोजित किया जा रहा था और यहां सपा विधायक रफीक अंसारी भी मौजूद थे। इस दौरान वहां पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रेकिंग यूनिट टीम पहुंच गई। टीम को ये सूचना दी गई थी कि निकाह के लिए आई सभी लड़कियों की आयु 18 साल से कम है। टीम को एक्शन मूड में देख विधायक अंसारी वहां से खिसक लिए, जबकि आयोजकों का कहना था कि वे शरीयत को मानने वाले हैं और निकाह करके गरीब लड़कियों के लिए समाज सेवा कर रहे हैं। जिस पर यूनिट टीम ने उन्हें बताया कि 18 साल तो न्यूनतम बालिग उम्र है और शादी की उम्र 21 साल है।
इस पर काफी देर तक शोर शराबा होता रहा और अंततः पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और युवतियों की वास्तविक उम्र के प्रमाण पत्र, आयोजकों और परिजनों को देने के लिए नोटिस थमा दिया। पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर ने बताया कि सामूहिक निकाह मामले की जांच की जा रही है और आयोजकों के विषय में भी पड़ताल की जा रही है। ये नाबालिग लड़कियां कहां-कहां से यहां लाई गई हैं। उनके पते पर जांच के लिए पुलिस वेरिफिकेशन कराया जा रहा है। उधर विधायक रफीक अंसारी का कहना है कि वो समिति के बुलावे पर युवतियों को दुआएं देने गए थे, पुलिस इस मामले की अपनी जांच जरूर पूरी करे।
टिप्पणियाँ