उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद में रफीक नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया है. विगत तीन महीने से रफीक फरार चल रहा था. रफीक बिहार में छिपा हुआ था. इसको एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया. आरोप है कि सऊदी अरब में रफीक ने गबन किया था. गबन करने के बाद फरार हो गया था. सऊदी अरब में स्थित भारतीय दूतावास में इसके खिलाफ शिकायत की गई थी. न्यायालय से वारंट जारी होने के बाद एसटीएफ इसको तलाश रही थी.
सऊदी अरब में ताहिर और हसन की आयुर्वेद की दुकान है. उस दुकान पर रफीक सेल्समैन का काम करता था. कोरोना संक्रमण के दौरान ताहिर और हसन दुकान पर नहीं आते थे. दुकान का जिम्मा रफीक ही संभालता था. आरोप है कि कोरोना के दौरान रफीक ने करीब 1 करोड़ 85 लाख रूपये का घपला किया. इस रूपये को उसने हवाला के माध्यम से अपने घर कुशीनगर भिजवा दिया. इस घपले के बारे में जब ताहिर और हसन को पता चला तब उन लोगों ने भारतीय दूतावास में इसकी शिकायत की. रफीक की शिकायत उत्तर प्रदेश सरकार को मिली. ताहिर के पिता यूनुस खान ने 3 नवंबर 2021 को कसया थाना में एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस ने विवेचना पूरी करके आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया. उस आरोप पत्र पर संज्ञान लेते हुए न्यायालय ने रफीक के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया. कुशीनगर जनपद की पुलिस जब उसकी गिरफ्तारी नहीं कर सकी तो एसटीएफ को लगाया गया.
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