गत दिनों सेवा भारती, झारखंड के तत्वावधान में रांची में हितचिंतक संगोष्ठी आयोजित हुई। मुख्य वक्ता थे कोलकाता विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. प्रेमशंकर त्रिपाठी। उन्होंने कहा कि कि हमारा जीवन सफल के साथ-साथ सार्थक एवं उद्देश्यपूर्ण होना चाहिए। हम अपने तन, मन और धन से किसी भी पीड़ित व्यक्ति का कुछ भला कर सकें, दुखीजन को गले लगा सकें, वंचित परिवारों के उत्थान में अपना हाथ बंटा सकें, ऐसे सेवा कार्योें में अपने जीवन का कुछ हिस्सा समर्पित करने ही चाहिए।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि और राष्ट्रीय सेवा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष पन्नालाल भंसाली ने कहा कि आज समाज में सेवा कार्य की अत्यधिक आवश्यकता है। ऐसे में समाज के सेवाभावी, बुद्धिजीवी वर्ग एवं हितचिंतकों से भी अपेक्षाएं बढ़ जाती हैं। इस अवसर पर ग्राम गुरुकुलम योजना का शुभारंभ किया गया एवं ग्राम गुरुकुलम संबंधित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई।
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