रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कारगिल विजय दिवस पर जम्मू में आयोजित कार्यक्रम में बलिदानियों के परिवारों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि कारगिल विजय सेना के शौर्य और पराक्रम का गौरवपूर्ण अध्याय है। चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में जरूरत पड़ने पर भारतीय सेना सैन्य अभियान चलाने से भी गुरेज नहीं करेगी।
गुलशन ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने कहा कि कारगिल विजय सेना के शौर्य और पराक्रम का गौरवपूर्ण अध्याय है। 1962 में हुए युद्ध का बड़ा खामियाजा भारत को भुगता पड़ा। चीन ने लद्दाख में हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर लिया। आज भारत दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक है।
रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि पाकिस्तान अधिक्रांत कश्मीर पर भारत की संसद में प्रस्ताव पारित हुआ था। वह भारत का हिस्सा था, भारत का हिस्सा है और रहेगा। ये कैसा हो सकता है कि शिव के स्वरूप बाबा अमरनाथ हमारे यहां हो और मां शारदा शक्ति स्वरूपा एलओसी के पार हों। उन्होंने पाकिस्तान को इशारों में कहा कि पाकिस्तान अधिक्रांत कश्मीर भारत का अटूट अंग है।
रक्षा मंत्री ने बलिदानी वीरों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बलिदानियों के परिजनों को पूरा सम्मान देना जनता की राष्ट्रीय जिम्मेदारी है। चीन व पाकिस्तान से लड़े गए युद्धों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि भारत विश्व का एक ताकतवर देश है। कोई भी दुश्मन हमारी ओर अब आंख उठाकर नहीं देख सकता है। चीन ने कई ऐसी गतिविधियां की है, जिससे साबित हुआ है कि उसकी नीयत ठीक नहीं है। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि भारतीय सेना पहले भी कई आपरेशन कर चुकी है और भविष्य में कोई जरूरत पड़ी तो सैन्य अभियान चलाए जाएंगे।
रक्षा मंत्री ने कहा कि कई युद्धों में मात खाने के बाद भी गिद्धदृष्टि रखने वाले पाकिस्तान को हमारी ताकत का अंदाजा है। पाकिस्तान ने अभिनंदन को रिहा कर उसका सबूत दिया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री का बयान था कि अगर पाकिस्तान ने रात 9 बजे से पहले अभिनंदन को नहीं छोड़ा तो भारत उन पर हमला कर देगा। उन्होंने बिग्रेडियर उस्मान और मेजर शैतान सिंह के शौर्य को भी याद किया।
इससे पूर्व कार्यक्रम में सबसे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बलिदानियों के परिजनों से भेंट की। उन्होंने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर सभी देशवासियों को बधाई दी। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स फोरम के तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी शामिल हुए। समारोह में मुख्य अतिथि ने शॉल व स्मृति चिह्न देकर बलिदानियों के परिवारों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में 1947 से लेकर अब तक देश की आंतरिक और सीमा पर सुरक्षा करते सेना, अर्धसैनिक बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस सहित अन्य सुरक्षा बलों के जवानों के सर्वोच्च बलिदान को याद किया गया।
इस कार्यक्रम के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा करेंगे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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