केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गांधीनगर में कहा कि देश के सर्वांगीण विकास के लिए कानून-व्यवस्था की स्थिति का मजबूत होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसमें पुलिस विभाग का आधुनिकीकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गुजरात के आश्वस्त एवं विश्वास प्रोजेक्ट ने राज्य के नागरिकों की सुरक्षा में वृद्धि की है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत राज्य भर में लगाए गए सीसीटीवी कैमरा की संख्या में भी वृद्धि करना आवश्यक है। रेलवे स्टेशनों, निजी सोसाइटियों, बंदरगाहों, यात्रा धामों सहित सभी स्थलों पर लगे कैमरा निजी हों, तो भी उनके के साथ सम्पर्क कर उन्हें टेक्नोलॉजी की सहायता से कमांड एंड कंट्रोल रूम के सिस्टम के साथ जोड़ना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह शनिवार को यहां नागरिकों की सुरक्षा-सुविधा वाले प्रोजेक्ट के उद्घाटन पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि गुजरात पुलिस को अत्याधुनिक बनाने तथा राज्य के नागरिकों की सुरक्षा-सुविधाओं में वृद्धि करने वाले प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल एवं राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी को अभिनंदन करता हूं। शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रकार की टेक्नोलॉजी आधारित नई पहल के माध्यम से मुख्यमंत्री के नेतृत्व में टीम गुजरात इस परम्परा को आगे भी बनाए रखेगी।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इस तकनीक के माध्यम से समग्र कैमरा का नेटवर्क एक लिंक से जुड़ेगा, तभी राज्य के सुरक्षा चक्र की कल्पना सही अर्थ में राज्य के सुदर्शन चक्र में परिवर्तित होगी। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य के किसी भी स्थान पर कोई घटना घटती है, तब वहां तुरंत ही पुलिस प्रशासन पहुंच सके, ऐसी कनेक्टिविटी का विस्तार करना चाहिए। शाह ने कहा कि ई-कोप की शुरुआत हुई, तब समग्र देश में इस प्रकार की सेवाएं देने में गुजरात पहला राज्य था। राज्य के सभी पुलिस स्टेशन कम्प्यूटराइज किए गए और पुलिस कॉन्स्टेबल से लेकर पुलिस अधिकारियों तक के प्रशिक्षण में विशेष रूप से कम्प्यूटर का प्रशिक्षण भी जोड़ा गया। आज त्रिनेत्र की कल्पना साकार हुई है। इसकी शुरुआत भी हमने ई-कोप से ही की थी। ई-एफआईआर की सुविधा भी ई-कोप के सॉफ्टवेयर में थी। ई-कोप से त्रिनेत्र तक की गुजरात पुलिस की अत्याधुनिक होने की यात्रा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपने को सही अर्थ में साकार कर रही है।
उन्होंने कहा कि आज समग्र देश के लगभग 96 प्रतिशत पुलिस स्टेशन ऑनलाइन हुए हैं। इंडियन साइबर कोआर्डिनेशन सेंटर का भी गठन किया गया है। ये तमाम अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से भारत सरकार ने खरीदा हैं। किसी राज्य सरकार को ये टेक्नोलॉजीस अलग से ख़रीदने की जरूरत नहीं है, बल्कि केवल भारत सरकार से एक्सटेंशन लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गुजरात की क़ानून-व्यवस्था की स्थिति में 80 के दशक से लेकर 2022 तक बहुत बड़े परिवर्तन हुए हैं। क़ानून-व्यवस्था की स्थिति में इतना बड़ा परिवर्तन प्रधानमंत्री श्नी नरेन्द्र मोदी की दृष्टि एवं अपराधियों के विरुद्ध कड़े रवैये के परिणामस्वरूप संभव हुआ है। आज राज्य में कर्फ्यू तथा साम्प्रदायिक दंगे जैसे शब्द अतीत बने हैं। राज्य की समुद्री सीमा घुसपैठ से त्रस्त थीं। आज ये तमाम समुद्री सीमाएं सुरक्षित हुई हैं तथा घुसपैठ पूरी तरह बंद हुई है। इतना ही नहीं, घुसपैठ, तस्करी आदि बुराइयां भी आज अतीत बन गई हैं। आज राज्य पुलिस ने आधुनिक, टेक्नोसेवी एवं संवेदनशील बन कर राज्य के विकास की गति में वृद्धि की है।
अपने भाषण के दौरान अमित शाह ने राष्ट्रपति चुनाव का भी जिक्र किया और कहा कि वर्ष 2022 का राष्ट्रपति चुनाव ऐतिहासिक सिद्ध हुआ है। जातिवाद से ऊपर उठ कर विचारधारा के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार कार्य कर रही है। देश का साधारण नागरिक भी देश का सर्वोच्च पद धारण कर सकता है। महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक साधारण संथाल वनवासी परिवार से आती हैं। द्रौपदी मुर्मू से महामहिम द्रौपदी मुर्मू तक की उनकी यात्रा ने इस बात का उदाहरण प्रस्तुत किया है। आगे के कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताते हुए शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘हर घर तिरंगा अभियान’के अंतर्गत सभी राष्ट्रवादियों को आगामी 13, 14 व 15 अगस्त के दौरान अपने घर पर तिरंगा फहराने का आह्वान किया है। शाह ने गुजरात की जनता से अपील की कि प्रधानमंत्री के आह्वान को स्वीकार करते हुए आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत गुजरात का कोई घर या कॉम्प्लेक्स तिरंगा विहीन न रहे। उन्होंने कहा कि तिरंगा ई-कॉमर्स वेबसाइट से पोस्ट ऑफिस से भी सरलता से उपलब्ध हो सकेगा।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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