हरिद्वार गंगा नगरी में रोजाना करीब चालीस लाख कांवड़िए, घाटों पर जल लेने पहुंच रहे है। जानकारी के मुताबिक पिछले एक हफ्ते में सवा करोड़ से अधिक कांवड़िए, गंगा जल लेकर यहां से रवाना हो चुके है। हरिद्वार में एक सड़क पर कांवड़ लेकर अपने शहरो, कस्बों, गांवों की तारीफ जाने वालो का शिव भक्तो का सैलाब है, दूसरी तरफ हरिद्वार के गंगा घाटों की तरफ आने वाले कांवड़ियों की उत्साह भरी भीड़ है। भगवा रंग से पटी हुई गंगा नगरी में शिव आराधना का अद्भुत नजारा देखा जा सकता है।
कोई डाक कांवड़ ले कर चल रहा है कोई बाइक पर कांवड़ लेकर चल रहा है कोई बड़ी कांवड़ लेकर बम बम भोले करके अपनी यात्रा पर चल पड़ा है। आजादी के अमृत महोत्सव पर गंगा जल को अमृत मानने वाले कांवड़ियों पर राष्ट्रीय ध्वज भी लगे है, ये देखा जा रहा कि हर तीसरी कांवड़ पर तिरंगा लहरा रहा है।कुछ कांवड़िए तो बड़े बड़े तिरंगे लेकर चल रहे है उनके साथ भारत माता की झांकी भी चल रही है।
शिव के अनेकों रूप को दर्शाती झांकियों को कांवड़ यात्रा मार्ग पर शिव के प्रति आस्था रखने वाले दर्शको ने भी सड़को के किनारे फूल बरसाने के लिए अपने आप कबखड़ा किया हुआ है। यूपी की तरफ जाने वाली कांवड़ में पीएम मोदी और योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों वाली टी शर्ट भी कांवड़ियों ने पहन रखी है और उनके साथ साथ योगी की बुल्डोजर झांकियां भीं आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।कोई शरीर में धागे पिरो कर कांवड़ रथ को खींच रहा है तो कोई श्रवण कुमार की तरह अपने मां पिता को कांवड़ में बिठा कर ले जा रहा है। भगवान शिव के प्रति आस्था और विश्वास का ऐसा नजारा देखते ही बनता है।
राह में लगे भंडारों में शिव पार्वती परिवार के रूप धारण किए कलाकार भजनों पर नाच गाते देखे जा सकते है।उत्तराखंड,यूपी, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की तरफ जाने वाले मार्गो पर भगवा रंग ओढ़े कांवड़ियों का तेज़ी से बढ़ना जारी है। कांवड़ियों पर जगह जगह फूल बरसाए जा रहे है।कहीं पानी तो कहीं जूस के काउंटर लगे हुए है। कोविड काल के दो साल बाद शुरू हुई कांवड़ यात्रा ने इस बार पिछले सारे रिकार्ड तोड देने है,पूर्व में करीब तीन करोड़ कांवड़िए हरिद्वार गंगा जल लेने पहुंचे थे इस बार ये संख्या चार करोड़ तक पहुंच जाने की आशा व्यक्त की गई है। अगले तीन दिन कांवड़ियों की संख्या में और भी इजाफा होने की संभावना है।
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