पड़ोसी देश बांग्लादेश में कट्टरपंथी लगातार अल्पसंख्यक समुदाय हिंदुओं को चुन-चुन कर निशाना बना रहे हैं। फेसबुक पर एक पोस्ट से भड़के कट्टरपंथियों ने शुक्रवार शाम नराइल के लोहागरा इलाके में हिंदुओं के घरों पर हमले किए और दिगोलिया गांव में एक हिंदू के घर को फूंक दिया। इस दौरान एक हिंदू मंदिर में पथराव किया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ीं।
पुलिस का कहना है कि आकाश साहा और उसके पिता पर पैगंबर मोहम्मद को लेकर कथित पोस्ट करने का आरोप है। इन लोगों के घर को भी जलाया गया है। आकाश और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। इलाके में अभी भी तनाव है। कट्टरपंथियों के तांडव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। पिछले महीने 18 जून को नराइल के एक कॉलेज में हिंदू प्रिंसिपल पर हमला किया गया था। उन्हें इस दौरान जूतों की माला पहनने को मजबूर किया गया। इससे पहले मार्च में ढाका में इस्कान मंदिर पर हमला किया गया था। यह मंदिर ढाका के वारी में 222 लाल मोहन साहा स्ट्रीट में है। इसे इस्कॉन राधाकांता मंदिर के नाम से पुकारा जाता है। हाजी सैफुल्लाह की अगुआई में 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने तोड़फोड़ और लूटपाट की थी।
पिछले साल अगस्त में खुलना जिले में 50 से ज्यादा हिंदू घरों पर हमला और चार मंदिरों में तोड़फोड़ की गई थी। देवी-देवताओं की मूर्तियों को खंडित कर दिया गया था। इस हमले का आरोप कट्टरपंथी संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम पर लगा था। इस संगठन के तार पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े हुए हैं। मार्च 2021 में रंगपुर जिले के पीरगंज उपजिला में एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कुछ लोगों ने हिंदू समुदाय के घरों में आग लगा दी। इस दौरान 20 घर जलकर राख हो गए थे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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