कॉर्बेट टाइगर रिजर्व सीमा पर मोहन के पास बाइक में पीछे बैठे युवक को टाइगर ने झपट लिया और घसीट कर जंगल में ले गया। युवक की जंगल में खोज की जा रही है। बाघ के बाइक सवारों पर अचानक हमले बढ़ने से कॉर्बेट पार्क प्रशासन सकते में है।
जानकारी के मुताबिक शनिवार की शाम अल्मोड़ा के रहने वाले अनस अपने दोस्त अफसरूल के साथ बाइक पर आ रहा था, तभी मोहन के पास टाइगर ने अफसरूल पर हमला किया और जबड़े में दबा कर जंगल की तरफ ले गया। इस हमले में बाल बाल बचे अनस ने वन विभाग की मोहन चौकी को खबर की, जिसके बाद अफसरूल की खोज शुरू हुई। करीब 25 मीटर पर उसका बैग मिला। खून के निशान कोसी नदी तक जाते दिखाई दिए, लेकिन अफसरूल का कही पता नहीं चला। इस घटना के बाद वन विभाग और पुलिस की टीम देर रात तक सर्च करती रही। खबर दिए जाने तक बाघ और युवक का कहीं पता नहीं चला।
बाइक सवारों पर हमला कर रहे हैं टाइगर
बीते 16 जून को बाइक सवार मजदूर खलील अहमद को भी बाघ ने धनगढ़ी गेट के पास हमला कर मार डाला था। इसके एक हफ्ते बाद बाइक सवार एक वन कर्मी पर भी बाघ ने हमला किया था। धनगढ़ी से मोहन के बीच बाघ के हमले हो रहे हैं। यहां कौन सा बाघ नरभक्षी हुआ है? इस पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के सीसीटीवी में क्षेत्र में एक बाघिन और उसके तीन बच्चे घूमते दिखाई दिए हैं। जानकारी के मुताबिक ये चारों बाघ आक्रमक हो चुके हैं।
उत्तराखंड बनने से अबतक 40 लोगों को टाइगर ने निशाना बनाया
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड राज्य बन जाने के बाद अभी तक 40 लोगों को टाइगर ने अपना निवाला बनाया है। इनमे फॉरेस्ट कर्मी भी शामिल हैं। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पास के गांवों के 6 लोगों को टाइगर ने पिछले एक साल में शिकार बनाया है। टाइगर रिजर्व के बाहर तराई, हल्द्वानी, फॉरेस्ट डिविजन में भी इस साल 6 लोगों को बाघों ने अपना शिकार बनाया है। कॉर्बेट प्रशासन ने इंसानों पर हमला करने वाले बाघों को पकड़ने में सफलता तो पाई है, लेकिन इसके बावजूद बाघों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बारे में वन्य जीव और बाघों के विशेषज्ञ अध्ययन कर रहे हैं।
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