झारखंड के गिरिडीह में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यपक अब्दुल कलाम ने एक छात्र की पिटाई इसलिए कर दी कि उसने ब्लैक बोर्ड पर लिख दिया जय श्रीराम। इस पर अभिभावकों ने जमकर किया हंगामा।
झारखंड में मुस्लिम—बहुल क्षेत्रों में स्थित कई सरकारी विद्यालयों को जबरन उर्दू स्कूल बनाने का प्रयास किया जाता है, तो कभी किसी विद्यालय के अंदर की जाने वाली प्रार्थना में भी बदलाव के साथ—साथ हाथ जोड़ने पर भी पाबंदी लगा दी जाती है। यह सब तो चल ही रहा था इसी बीच गिरिडीह जिले के पालमो पंचायत से एक बार फिर ऐसी खबर आई है जो यह बताने के लिए काफी है कि झारखंड में कट्टरपंथियों का मनोबल सातवें आसमान पर है।
मामला यह है कि गिरिडीह के सदर प्रखंड अंतर्गत पालमो पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय के अंदर पिछले 9 जुलाई को एक बच्चे की इसलिए पिटाई हो गई, क्योंकि उसने 8 जुलाई को विद्यालय के ब्लैक बोर्ड पर जय श्रीराम लिख दिया था। पिटाई का आरोप विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद अब्दुल कलाम पर लगा है। हालांकि उस छात्र ने और पिटाई के डर से अपने घर वालों को नहीं बताया था, लेकिन बच्चे की मानसिक स्थिति को देखते हुए घर वालों ने जब उसससे पूछताछ की तो उसने सारी बातें बता दीं। इसके बाद 13 जुलाई को विद्यालय में स्थानीय ग्रामीणों की एक बैठक बुलाई गई। इसमें उस पंचायत के कई प्रमुख लोग सहित प्रभारी प्रधानाध्यापक अब्दुल कलाम और स्कूल प्रबंधन समिति सहित दर्जनों लोग शामिल हुए। बैठक के दौरान प्रधानाध्यापक अब्दुल कलाम पर कई बच्चों के अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि विद्यालय में उनके बच्चों द्वारा शौचालय भी साफ कराया जाता है और बच्चों से शौचालय का पानी ढुलवाया जाता है।
कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार प्रधानाध्यापक की इस हरकत से लोग उग्र हो रहे थे, लेकिन वहां पर मौजूद कई प्रबुद्ध लोगों ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया।
मामला बढ़ता देखकर स्थानीय मुफस्सिल थाने को सूचना दी गई, ताकि बात आगे न बढ़े। इसके साथ ही इस मामले की सूचना जिला शिक्षा पदाधिकारी पुष्पा कुजूर को भी दी गई। इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पूरे मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
इस मामले पर झारखंड भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार ने कहा कि पूरे झारखंड में जिस तरह से कट्टरपंथियों का मनोबल बढ़ाने का काम वर्तमान राज्य सरकार कर रही है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाले समय में झारखंड में भी तालिबान राज आने वाला है।
उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में गढ़वा से खबर आई थी कि बच्चों को हाथ जोड़कर प्रार्थना करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है उसके बाद जामताड़ा के कई सरकारी विद्यालयों में जबरन उर्दू विद्यालय लिखा गया है और तो और सैकड़ों विद्यालयों में शुक्रवार यानी जुम्मे के दिन छुट्टी करने की घोषणा कर दी गई है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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