यूपी पुलिस की जांच में मेरठ के इंटरनेशनल गौतस्कर अकबर बंजारा व उसके अपराधी भाईयों की सैकड़ों करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ है। अकबर बंजारा व उसका भाई सलमान कुछ माह पहले असम पुलिस की हिरासत के दौरान हुए उग्रवादी हमले में मारे गए थे। पुलिस अब असम से मेरठ तक फैलीं अकबर बंजारा गैंग की अवैध संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई में जुटी है।
मेरठ के फलावदा टाउन के रहने वाला अकर बंजारा व उसके भाई सलमान-शमीम समुद्र के रास्ते गौवंशीय पशुओं का मीट बंग्लादेश आदि देशों को सप्लाई करते थे। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी अकबर बंजारा के कनेक्शन बताए जाते थे। 13 अप्रैल को मेरठ पुलिस ने गौकशी के मामले में मेरठ पुलिस ने अकबर बंजारा, सलमान व शमीम को गिरफ्तार किया था। कोर्ट में पेशी के बाद तीनों अपराधी जेल भेज दिए गए थे।
पुलिस के मुताबिक, अकबर बंजारा का रैकेट मेरठ से असम-बंग्लादेश तक फैला था। असम पुलिस ने अकबर बंजारा पर दो लाख का इनाम घोषित कर रखा था। गिरफ्तारी की खबर मिलने पर असम पुलिस बी-वारंट पर अकबर-सलमान को अपने साथ ले गई थी। 18 अप्रैल को असम के कोकराझार में पुलिस कस्टडी के दौरान हुए उग्रवादी हमले में गौ तस्कर अकबर बंजारा व उसका भाई सलमान मारे गए थे। दोनों भाईयों की मौत के बाद भी बंजारा गैंग खत्म नहीं हुआ है। गैंग के बाकी सदस्य अभी भी अपराधों में लिप्त बताए जाते हैं।
पुलिस की जांच में पता लगा है कि मेरठ के शास्त्री नगर इलाके में अकबर बंजारा की आलीशान कोठी है। इसके अलावा उसकी 155 बीघा जमीन बहसूमा में, 20 बीघा महलका, 20 बीघा मारवाड़ी, 18-18 बीघा जमीन नारनौल व फलावदा में बताई गई हैं। असम में बंग्लादेश सीमा पर अकबर का फार्म हाउस भी होने की जानकारी सामने आई है। मेरठ के एसपी ग्रामीण केशव कुमार ने मीडिया को बताया कि अकबर की अवैध तरीके से जुटाई गईं अरबों की संपत्तियां पुलिस ने चिन्हित कर ली हैं। पुलिस अकबर और उसके भाईयों के खिलाफ गैंगस्टर का केस दर्ज कर उनकी संपत्तियां जब्त करने की कार्रवाई में जुटी है।
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