शिवसेना के ज्यादातर सांसदों ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की मांग की है। उद्धव ठाकरे के निवास स्थान मातोश्री पर हुई शिवसेना सांसदों की बैठक में यह मांग उठायी गयी। उद्धव ठाकरे ने इस विषय पर दो दिन में फैसला करने की घोषणा की।
शिवसेना सांसदों की इस बैठक में लोकसभा के 19 सांसदों में से 15 सांसद उपस्थित थे। बैठक में संसदीय दल के नेता संजय राउत ने राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का पक्ष रखा। लेकिन जादातर सांसदों ने एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का मुद्दा उठाया। एक वनवासी समाज से होने के कारण शिवसेना ने मुर्मू को समर्थन देना उचित होगा। बाला साहब ठाकरे ने मराठी महिला के आधार पर काँग्रेस की प्रत्याशी प्रतिभा पाटिल को समर्थन दिया था। वह ध्यान में रखते हुए शिवसेना ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देना चाहिए। शिवसेना के सांसद राहुल शेवाले ने पहले ही खत लिखकर मुर्मू को समर्थन देने के बारे में उद्धव ठाकरे से अनुरोध किया था। इस पर उद्धव ठाकरे ने दो दिन बाद फैसला लेने की घोषणा की। सांसद गजानन कीर्तिकर ने यह जानकारी दी।
शिवसेना के सांसद के शिंदे गुट में शामिल होने की खबरें आ रही थीं। इसके कारण राष्ट्रपति चुनाव के विषय को लेकर सांसदों की बैठक बुलायी गयी थी। एकनाथ शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे और अन्य तीन सांसद इस बैठक में उपस्थित नहीं थे। सांसदों के दबाव के कारण शिवसेना मुर्मू को समर्थन देने का फैसला करेगी, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। बैठक के बाद सबसे पहले संजय राउत बाहर निकले और मीडिया से बात किए बिना चले गए।
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