उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और केंद्रीय वाइल्ड लाइफ की संयुक्त टीम ने चार वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से दो बाघों की खाल बरामद हुई है। सभी आरोपियों को हरिद्वार जिले के लक्सर से गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक कुख्यात तोताराम भी है।
उत्तराखंड एसटीएफ और उत्तराखंड व दिल्ली वन विभाग की टीम काफी समय से तोताराम की तलाश कर रही थी। इस दौरान उत्तराखंड एसटीएफ और केंद्रीय वाइल्ड लाइफ की टीम को सूचना मिली कि तोताराम अपने साथियों के साथ बाजपुर दोराहा क्षेत्र में आया हुआ है। संयुक्त टीम चारों तस्करों का पीछा करते हुए हरिद्वार जिले के लस्कर में पहुंची, जहां टीम ने चारो तस्करों को घेराबंदी कर धर दबोचा।
तोता राम पहले भी शिकार और तस्करी में लिप्त रहा है, कुछ महीने पहले ही वो जमानत पर जेल से छूट कर आया था और उसने गैंग को फिर से एकत्र कर दो बाघों की हत्या कर, उनकी खाल और हड्डियों की तस्करी शुरू करने की योजना बनाई। इसी बीच पुलिस और वन विभाग की टीम के द्वारा पकड़े गए।
बड़ा सवाल ये है कि आखिकार इनके द्वारा किस जंगल में बाघों की हत्या की गई। क्योंकि आम तौर पर वन विभाग दावा करता रहा है कि उनके जंगल में बाघ सबसे ज्यादा सुरक्षित और संरक्षित है। उत्तराखंड के वाइल्ड लाइफ चीफ डॉ. पराग धकाते का कहना है कि शिकारियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
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