‘पीओके’ में जनता सड़कों पर है, भड़की हुई है, अपने नेताओं की अय्याशी को लेकर नाराज है। दुनियाभर में आज अपनी कंगाली के लिए जाने जा रहे पड़ोसी इस्लामी देश में यह ‘हिस्सा’ भी इसका दंश झेल रहा है। लेकिन इस्लामाबादी नेताओं की तरह मुजफ्फराबादी नेता भी अपनी ऐश में कोई कोताही नहीं होने दे रहे हैं। यह अलग बात है कि वो अपने लोगों से ‘पाई-पाई’ बचाने के लिए चाय कम पीने, दुकान जल्दी बंद करने जैसी बचकानी बातें करते हैं।
ताजा समाचार है कि ‘पीओके’ के एक नेता ने अपनी मटरगश्ती के लिए 34 करोड़ रु. की कई सारी आलीशान कारें खरीदी हैं। यह नेता कोई और नहीं खुद वहां के राष्ट्रपति हैं, जो फिजूलखर्ची के लिए जाने जाते हैं। उनकी इस हरकत के बारे में जानकर आम जनता यही कह रही है कि जहर खाने तक के तो पैसे हैं नहीं, चलें हैं गाड़ियों पर करोड़ों लुटाने। कुछ लोग कह रहे हैं कि इस कदम से नेता साबित कर रहे हैं कि उन्हें जनता के दुख—दर्द से कोई लेना—देना नहीं है। उन्हें बस अपनी आरामतलबी में खलल नहीं चाहिए।
पाकिस्तान के गैरकानूनी कब्जे में कसमसाते भारत के जम्मू-कश्मीर के इस हिस्से में हलात दिनबदिन बदतर होते जा रहे हैं। पैसे की भयंकर तंगी है। इस्लामाबाद से आने वाला फंड भी काफी कट-छंट गया है, लेकिन इसके बावजूद नेताओं की ठसक कम नहीं हो रही है। ‘पीओके’ के हुक्मरान अपनी जिंदगी में आलीशान चीजों के भोग से खुद को अलग नहीं रख पा रहे हैं।
दिलचस्प बात है कि पाकिस्तान आएदिन रोना रो रहा है कि उसके पास रोजाना के खर्च चलाने के लिए भी पैसा नहीं है। इसी वजह से इस्लामाबाद ने ‘पीओके’ को भेजी जाने वाली अनुदान राशि में काफी कमी कर दी है। इसी कमी का असर ‘पीओके’ में बुनियादी सुविधाओं तक पर पड़ रहा है।
ऐसी सूरतेहाल में ‘पीओके’ सरकार का 34 करोड़ रुपया 72 नई लग्जरी कारों पर उड़ा देना जनता के गले नहीं उतर रहा है। स्थानीय लोग गुस्से में भरे हैं और खुलेआम अपनी नाराजगी जता रहे हैं।
स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद एक न्यूज एजेंसी ने खबर दी है कि ‘पीओके’ की सरकार ने ये सारी चमचमाती लग्जरी कारें वहां के ‘राष्ट्रपति’ बैरिस्टर सुल्तान महमूद के लिए खरीदी हैं। इसके बरअक्स वहां की सरकार के मंत्री लगातार रोना रो रहे हैं कि इस्लामाबाद ने उनके बजट में इतनी कटौती कर दी है कि कोई काम ठीक से नहीं हो पा रहा है। बताते हैं इस बार के ‘पीओके’ के बजट में पाकिस्तान की कंगाल सरकार ने 2.5 अरब रुपये की कमी की है।
लग्जरी कारें खरीदने वाली संवेदनशन्य सरकार के विरुद्ध वहां के सामाजिक संगठन सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मुश्किलों की इस घड़ी में इस फिजूलखर्ची की कोई जरूरत नहीं थी, इस कदम से ‘पीओके’ की आर्थिक हालत और जरजर हो सकती है। कारों के बारे में सवाल पूछे जाने पर टालमटोल करते हुए बैरिस्टर सुल्तान महमूद के प्रवक्ता यह कहते हुए कन्नी काट गए कि इन कारों को खरीदने का ऑर्डर पिछली सरकार ने दिया था। जबकि स्थानीय मीडिया पहले यह बता चुका है कि लग्जरी कारों का ऑर्डर ‘पीओके’ के मौजूदा राष्ट्रपति सुल्तान महमूद ने ही दिया था।
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