जम्मू-कश्मीर स्थित रियासी में पकड़ा गया लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी तालिब राज्य में टारगेट किलिंग के लिए हाइब्रिड आतंकियों का नेटवर्क तैयार कर रहा था। इसके लिए वह लगातार पाकिस्तान में बैठे लश्कर के हैंडलरों के संपर्क में था। खबर है कि आतंकी के निशाने पर राज्य के कई बड़े नेताओं से लेकर सरकारी कर्मी शामिल थे। साथ ही वह जम्मू इलाके में आतंकवाद को दोबारा जिंदा करना चाहता था। गौरतलब है कि आतंकी तालिब की निशानदेही पर राजौरी में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है। इस दौरान चार स्टिकी बम भी मिले हैं, जो पूरी तरह से तैयार थे। यह बम बिल्कुल उनके जैसे हैं, जो कठुआ में पिछले दिनों मिले थे। तब ड्रोन से पाकिस्तान ने 7 स्टिकी बम भेजे थे। खबरों के अनुसार तालिब जम्मू, कठुआ, राजौरी और पुंछ बॉर्डर से कई बार गोला बारूद और हथियार लेकर आया है। इनका इस्तेमाल उसने राजौरी हुए आईईडी धमाके में किया है।
हाइब्रिड आतंकियों को कर रहा था तैयार
आतंकी तालिब जम्मू, उधमपुर, रामबन, किश्तवाड़, डोडा, रियासी, राजौरी और पुंछ में टारगेट किलिंग के लिए हाइब्रिड आतंकियों का नेटवर्क खड़ा करने के पूरे प्रयास में था। साथ ही उसके निशाने पर मुख्य रूप से डोडा, किश्तवाड़, रामबन, उधमपुर, राजौरी जिले में हाईवे पर सैन्य काफिले थे। भीड़भाड़ वाले इलाकों में आईईडी से हमला करने के अलावा इन इलाकों में टारगेट किलिंग करना चाहता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार तालिब के पकड़ में आने से जम्मू में स्टिकी बम से हमले करने की साजिश और उसके पीछे के आतंकी नेटवर्क का पता चल सकेगा।
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