महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष पद पर भारतीय जनता पार्टी के राहुल नार्वेकर को विशेष अधिवेशन के पहले दिन बहुमत से चुन लिया गया। 288 के सदन में 271 सदस्यों ने मतदान में भाग लिया। इसमें राहुल नार्वेकर को 164 वोट मिले और शिवसेना के राजन सालवी को 107 वोट मिले। सदन में समाजवादी पार्टी और एमआयएम के सदस्य अनुपस्थित रहे। एनसीपी के 5, भाजपा के 2 और कांग्रेस का 1 विधायक सदन में गैरहाजिर रहे। एनसीपी के दो विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक जेल में रहने से सदन में नहीं आए। एक सदस्य का निधन हुआ है। पीठासीन अधिकारी ने मतदान में भाग नहीं लिया।
164 विधायकों ने नार्वेकर को वोट देने से सदन में भाजपा-शिंदे गुट को बहुमत है यह स्पष्ट हो गया है। सदन में अपनी जगह खड़े होकर वोटिंग हुई। शिवसेना के चीफ वीप सुरेश प्रभु और एकनाथ शिंदे ने नियुक्त किए चीफ वीप गोगावले ने अपने सदस्यों के व्हिप दिया था। उसे न मानने पर दोनों गुट के विरोधी विधायकों की शिकायत करने वाला खत विधानसभा अध्यक्ष को दोनों ने लिखा है। यह खत सदन में पढ़ कर उसे सदन के अभिलेख में दाखिल किया गया।
नार्वेकर के चुनाव के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और एनसीपी के नेता अजित पवार, कांग्रेस के थोरात ने उन्हे अध्यक्ष के कुर्सी तक ले गए। बाद में नवनियुक्त अध्यक्ष का अभिनंदन करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, एनसीपी के अजित पवार, जयंत पाटिल, धनंजय मुंडे, कांग्रेस के बालासाहब थोरात, नाना पटोले, शिवसेना के सुरेश प्रभु, आदित्य ठाकरे, भाजपा के सुधीर मुनगुंटीवार, बागडे, सपा के अबू आझमी, निर्दलीय किशोर जोरगेवार, शिंदे गुट के दीपक केसरकर के भाषण हुए। नार्वेकर ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। सदन के बाद मीडिया से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि बागी गुट नजर से नजर नही मिला पा रहें हैं।
चीफ वीप सुरेश प्रभु ने मीडिया से कहा, आज हमने जो व्हिप दिया था उसका 39 लोगों ने उल्लंघन किया है। इस बारे में हमने पीठासीन अध्यक्ष से शिकायत की है। उच्चतम न्यायालय में अब इसका निर्णय होगा।
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