पैगम्बर के खिलाफ टिप्पणी करने वाले हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की 18 अक्टूबर वर्ष 2019 को हत्या कर दी गई थी. अब कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी को जान से मारने की धमकी दी गई है. लखनऊ के नाका थाना अंतर्गत स्थित उनके घर में धमकी का पत्र भेजा गया है. पत्र उर्दू में लिखा गया है. पत्र में लिखा गया है कि “ जहां तुम्हारे पति को भेजा गया है, वहीं तुम्हें भी पहुंचा देंगे.” इस धमकी के बाद परिवार भयभीत है . धमकी मिलने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है.
पुलिस को सोशल मीडिया के माध्यम से इस धमकी के बारे में मालूम हुआ. पुलिस ने किरण तिवारी के घर पर जाकर धमकी वाले पत्र को पढ़ा. किरन तिवारी ने पुलिस को बताया कि गत 22 जून को घर के एक कमरे में यह पत्र मिला था. इस पत्र पर कोई मुहर या कोई डाक टिकट नहीं है और न ही पत्र भेजने वाले ने अपना कोई विवरण लिखा है. पत्र उर्दू में लिखा हुआ है.
उल्लेखनीय है कि हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी ने वर्ष 2015 में पैगम्बर के खिलाफ टिप्पणी की थी. उसी का बदला लेने के लिए उनकी हत्या का षड्यंत्र रचा गया था. मुसलमान, पैगम्बर के खिलाफ टिप्पणी बर्दाश्त नहीं कर पाए थे. कमलेश तिवारी की हत्या के लिए वर्ष 2017 में दो आतंकी भी लगे हुए थे. यह मामला तब खुला था जब गुजरात के एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (एटीएस) ने दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था. दोनों एक विदेशी हैंडलर के संपर्क में थे. इन दोनों को कमलेश तिवारी का वीडियो दिखा कर , बताया गया था कि इस आदमी को खत्म कर देना है. उसके बाद फिर वर्ष 2019 में हत्या का षड्यंत्र रचा गया था.
कमलेश तिवारी की ह्त्या के बाद उस समय के पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश ओ.पी सिंह ने बताया था कि ” हमें शुरू से आशंका थी कि इसके तार गुजरात से जुड़े हैं. हमारी टीम गुजरात भी गई. मिठाई के डिब्बे के आधार पर हमने गुजरात में संपर्क किया. लखनऊ और गुजरात पुलिस का समन्वय रहा. जिस मिठाई की दुकान से डिब्बा लिया गया था वहां से फैजान यूनुस को गिरफ्तार किया गया. इसके अतिरिक्त मौलाना मोहसिन शेख , राशिद अहमद को हिरासत में ले कर पूछताछ की गई. विवेचना में यह साफ़ हो गया है कि यह तीनों कमलेश तिवारी की हत्या में शामिल थे.”
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