खुला काबुल का भारतीय दूतावास, पहरेदारी करेंगे आईटीबीपी के कमांडो
May 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

खुला काबुल का भारतीय दूतावास, पहरेदारी करेंगे आईटीबीपी के कमांडो

काबुल पहुंचा भारतीय दल अफगान नागरिकों के साथ संपर्कों पर करीब से नजर रखने के साथ ही मानवीय सहायता में समन्वय का काम भी देखेगा

by WEB DESK
Jul 1, 2022, 02:30 pm IST
in विश्व
काबुल स्थित भारतीय दूतावास

काबुल स्थित भारतीय दूतावास

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

एक लंबे अंतराल के बाद हिंसक उथलपुथल से ग्रस्त अफगानिस्तान की राजधानी में भारत के दूतावास ने काम करना शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार की ओर से संयुक्त सचिव स्तर के एक अधिकारी और साथ में भारतीय तकनीकी दल काबुल पहुंच चुका है और इसने वहां भूकंप से हुए नुकसान के बाद मानवीय सहायता पर काम करना शुरू कर दिया है।

एक महत्वपूर्ण बात और सामने आई है और वह यह है कि इस दल के साथ आए आईटीबीपी के हिमवीर कमांडो भारतीय दूतावास की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। सुरक्षा के साथ ही हिमवीर कमांडो वहां मानवीय सहायता के कामों में भी मदद दे रहे हैं।

इस घटनाक्रम पर संतोष व्यक्त करते हुए तालिबान सरकार के विदेश विभाग के प्रवक्ता अब्दुल कहार बल्खी ने ट्वीट करके भारत का धन्यवाद किया है। बल्खी ने ट्वीट में लिखा है कि ‘इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान अफगान लोगों के साथ अपने संबंध और मानवीय सहायता को आगे बढ़ाने के लिए काबुल में अपने दूतावास में राजनयिकों एवं तकनीकी टीम को वापस लाने के भारत सरकार के फैसले का स्वागत करता है’।

काबुल में तालिबान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी के साथ चर्चा करते हुए भारत के विदेश विभाग में संयुक्त सचिव जे.पी. सिंह

यहां बता दें कि अफगानिस्तान में पिछले साल तालिबान के सत्ता अपने हाथ में ले लेने और एक के बाद एक हिंसक घटनाओं को देखते हुए, भारत ही नहीं, अनेक देशों ने काबुल में कार्यरत अपने दूतावास बंद कर दिए थे। भारत ने अब फिर से काबुल में अपना दूतावास खोल दिया है जिसे लेकर आम अफगान नागरिकों में भी राहत की एक लहर देखी गई है।

सूत्रों के अनुसार, पिछले लगभग 20 वर्ष से अफगानिस्तान में राजधानी काबुल में भारतीय दूतावास तथा जलालाबाद, कंधार, मजारे—शरीफ और हेरात में कार्यरत चार वाणिज्य दूतावासों की सुरक्षा आईटीबीपी के कमांडो ही कर रहे थे। इस दौरान हमारे बहादुर हिमवीर जवानों ने वहां भारतीय प्रतिष्ठानों पर किए कई हमलों को बेअसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साल 2016 में 70वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आईटीबीपी के दस कमांडो को शीर्ष वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

उल्लेखनीय है कि हिमवीर कमांडो अत्याधुनिक हथियार रखते हैं। हाल ही काबुल पहुंचे भारतीय दल में फिलहाल पचास से अधिक कमांडो हैं। विदेश मंत्रालय ने अपने वक्तव्य में इस दल के काबुल पहुंचने और वहां अन्य कामों के अलावा मानवीय सहायता में जुटने की जानकारी दी है। बयान में बताया गया है कि काबुल पहुंचा भारतीय दल अफगान नागरिकों के साथ संपर्कों पर करीब से नजर रखने के साथ ही समन्वय का काम भी देखेगा।

तालिबान के विदेश विभाग ने भारत का दूतावास खुलने का स्वागत करते हुए आगे लिखा है कि इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान यह भरोसा देता है कि दूतावास के परिसरों को अंतरराष्ट्रीय राजनयिक चलन के हिसाब से ही सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। राजनयिक दल को उन क्षेत्रों का दौरा करने की जिम्मेदारी दी गई है जिन क्षेत्रों में भारत की सहायता से परियोजनाएं चल रही हैं।

Topics: Indiaafghanistankabulmuttaquiembassyreopenitbpcommando
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Donald trump want to promote Christian nationalism

भारत-पाकिस्तान में Cease Fire : जानिए क्या बोले राष्ट्रपति Donald Trump..?

India opposes IMF funding to pakistan

पाकिस्तान को IMF ने दिया 1 बिलियन डॉलर कर्ज, भारत ने किया विरोध, वोटिंग से क्यों बनाई दूरी?

प्रतीकात्मक तस्वीर

PIB fact check: पाकिस्तान का भारत के हिमालय क्षेत्र में 3 IAF जेट क्रैश होने का दावा फर्जी

India And Pakistan economic growth

भारत-पाकिस्तान: आर्थिक प्रगति और आतंकवाद के बीच का अंतर

जनरल मुनीर को कथित तौर पर किसी अज्ञात स्थान पर रखा गया है

जिन्ना के देश का फौजी कमांडर ‘लापता’, उसे हिरासत में लेने की खबर ने मचाई अफरातफरी

आतंकी मसूद  (File Photo)

Operation Sindoor: ‘अच्छा होता मैं भी मारा जाता’, कुख्यात जैश सरगना आतंकी मसूद ने आपरेशन सिंदूर के बाद जताई इच्छा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

रिहायशी इलाकों में पाकिस्तान की ओर से की जा रही गालीबारी में क्षतिग्रस्त घर

संभल जाए ‘आतंकिस्तान’!

Operation sindoor

ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी, वायुसेना ने दिया बड़ा अपडेट

Operation Sindoor Rajnath SIngh Pakistan

Operation Sindoor: भारत की सेना की धमक रावलपिंडी तक सुनी गई: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

Uttarakhand RSS

उत्तराखंड: संघ शताब्दी वर्ष की तैयारियां शुरू, 6000+ स्वयंसेवकों का एकत्रीकरण

Bhagwan Narsingh Jayanti

भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु बने नृसिंह

बौद्ध दर्शन

बौद्ध दर्शन: उत्पत्ति, सिद्धांत, विस्तार और विभाजन की कहानी

Free baloch movement

बलूचों ने भारत के प्रति दिखाई एकजुटता, कहा- आपके साथ 60 मिलियन बलूच लोगों का समर्थन

समाधान की राह दिखाती तथागत की विचार संजीवनी

प्रतीकात्मक तस्वीर

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना पर टिप्पणी करना पड़ा भारी: चेन्नई की प्रोफेसर एस. लोरा सस्पेंड

British MP Adnan Hussain Blashphemy

यूके में मुस्लिम सांसद अदनान हुसैन को लेकर मचा है बवाल: बेअदबी के एकतरफा इस्तेमाल पर घिरे

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies