जम्मू-कश्मीर स्थित कुलगाम जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग से चार किलोमीटर दूर सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों के पास से एक एके 47 राइफल, एक पिस्टल व गोला-बारूद बरामद किया गया है। गौरतलब है कि जिस समय मुठभेड़ हो रही थी, उस समय राजमार्ग से अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था गुजर रहा था। खबर है कि आतंकी यात्रा पर हमले की फिराक में थे, लेकिन खुफिया सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आतंकियों के नापाक मंसूबों को ध्वस्त कर दिया। मारे गए आतंकियों की पहचान वानगुंड निवासी यासिर वानी व चोटीपोरा निवासी रईस मंजूर के रूप में हुई है। इस मुठभेड़ पर आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि ऑपरेशन बहुत महत्वपूर्ण था।
73 मुठभेड़ में मारे गए 123 आतंकी
कुलगाम के नवापोरा मीर बाजार इलाके में बुधवार दोपहर आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद जम्मू—कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के जवानों ने सेना की राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ के साथ इलाके की घेराबंदी की। तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने जवाबी फायरिंग करते हुए दो आतंकियों को मार गिराया। बता दें कि कश्मीर घाटी में इस साल जनवरी से अब तक 73 मुठभेड़ हो चुकी हैं। इसमें सुरक्षाबलों ने 123 आतंकवादियों को मार गिराया है। इनमें 33 पाकिस्तानी हैं। हालांकि 16 सुरक्षाकर्मी और 19 नागरिक भी बलिदान हुए हैं। इस बीच 46 सक्रिय आतंकवादी और 192 आतंकी समर्थकों को कश्मीर में गिरफ्तार किया गया है।
बड़गाम में आतंकी मददगार गिरफ्तार
इस सबके बीच बडगाम में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी मददगार को नारको-टेरर फंडिंग मॉड्यूल से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार नारको-टेरर फंडिंग मॉड्यूल के भंडाफोड़ से संबंधित जांच के दौरान एक और सहयोगी शौकत अहमद गनी उर्फ आरके को चाडूरा को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार सहयोगी सक्रिय आतंकवादियों और संगठन के गुर्गों को नशीले पदार्थों की आय वितरित करके लश्कर को रसद सहायता प्रदान करने में शामिल था।
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