गत जून को बजरंग दल ने देश के अनेक हिस्सों में हुई जिहादी हिंसा के विरुद्ध प्रदर्शन किया। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई है कि 3 और 10 जून को जुमे की नमाज के बाद मस्जिदों से निकली उन्मादी भीड़ और हमलावरों की पहचान कर उन पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्मादी भीड़ को भड़काने वाले मुल्ला-मौलवियों, नेताओं की पहचान कर उन पर भी रासुका लगाया जाए। यह भी मांग की गई है कि जिहादी हिंसा भड़काने वाले पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया (पीएफआई) और तब्लीगी जमात जैसे संगठनों पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए।
विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेद्र जैन ने हरियाणा के रोहतक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिहादी तत्व हिंसा के नंगे नाच से बाज आएं। हिंदुओं के विरुद्ध हिंसा और अत्याचारों पर अब पूर्ण विराम लगाना ही होगा।
जम्मू-कश्मीर के सुंदरबनी में बजरंग दल के धरने को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने कहा कि नूपुर शर्मा और नवीन कुमार के मुकदमों में जब तक न्यायालय यह घोषणा नहीं करता कि उन्होंने कोई अपराध किया है, तब तक उन्हें दोषी नहीं ठहराया जा सकता। जिहादी और कट्टरपंथी मुस्लिम नेतृत्व को सावधान करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि वे आम मुसलमान को जुमे की नमाज या दूसरे अवसरों पर गुमराह कर हिंसा के रास्ते पर न धकेलें। उन्होंने कहा कि वे ‘15 मिनट के लिए पुलिस हटाने’ जैसे बयान देने वालों से भी कहना चाहते हैं कि यह 2022 का भारत है।
हिंदू समाज भी आत्मरक्षा के अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए गुंडागर्दी से निपटना भली-भांति जानता है। विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेद्र जैन ने हरियाणा के रोहतक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिहादी तत्व हिंसा के नंगे नाच से बाज आएं। हिंदुओं के विरुद्ध हिंसा और अत्याचारों पर अब पूर्ण विराम लगाना ही होगा। बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक श्री सोहन सिंह सोलंकी ने कहा कि हिंसक और आतंकी लोगों व संगठनों की चुनौतियों को बजरंग दल ने हमेशा से स्वीकार किया है। यदि हिंदू समाज पर हमले नहीं रुके, तो बजरंगी अच्छी तरह जानते हैं कि उनसे कैसे निपटा जाए।
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