गत जून को कोलकाता में पूर्वांचल कल्याण आश्रम की कोलकाता-हावड़ा महानगर इकाई का 41वां वार्षिकोत्सव संपन्न हुआ। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। पद्मश्री से अलंकृत पश्चिम बंगाल की गुरु मां कमली सोरेन ने विशिष्ट अतिथि के रूप में आसन ग्रहण किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्वांचल कल्याण आश्रम के सभापति डॉ. चुनाराम मुर्मू ने की। इस अवसर पर वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र खराड़ी ने कहा कि देश की अस्मिता पर जब भी संकट आया है, तब जनजाति समाज ने अपना बलिदान दिया है। सुश्री अनुसुईया उइके ने अपने संबोधन में कहा कि आज जब समाज सेवा स्वार्थपरक बन चुकी है, ऐसे में वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता सिर्फ समर्पण की भावना से जनजाति समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर संस्कार भारती द्वारा प्रायोजित एवं परिवेशित ‘नमामि भारतवर्षम्’ नृत्य-गीतिका की प्रस्तुति की गई। इसमें वैदिक भारत से लेकर आधुनिक भारत तक का चित्रण किया गया है।
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