श्री अमरनाथ यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। देशभर से बाबा बर्फानी के भक्त जम्मू पहुंचना शुरू हो गए हैं। इस दौरान सोमवार से तत्काल पंजीकरण प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई। पहले दिन भक्तों को टोकन दिए गए। मंगलवार से पंजीकरण होगा। तत्काल पंजीकरण के लिए रेलवे स्टेशन के पास सरस्वती धाम से सोमवार को शिव भक्तों को टोकन जारी किए गए हैं।
निर्धारित केंद्रों पर तत्काल पंजीकरण
आज सुबह सात बजे से निर्धारित केंद्रों पर तत्काल पंजीकरण किया जा रहा है। इसके साथ अग्रिम यात्री पंजीकरण करवाने वाले यात्रियों को भी पहले जत्थे में शामिल किया जाएगा। जम्मू के आधार शिविर भगवती नगर से बम बम भोले के जयघोष के साथ बुधवार तड़के पहला जत्था रवाना होगा, जो गुरुवार को पारंपरिक पहलगाम और बालटाल मार्ग से पवित्र गुफा की ओर प्रस्थान करेगा। इस बार 11 अगस्त तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा 43 दिन की है। बता दें कि साधु-संतों का तत्काल पंजीकरण श्री राम मंदिर पुरानी मंडी और गीता भवन में होगा।
उपराज्यपाल ने किया निरीक्षण
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बीते सोमवार को जम्मू में आधार शिविर भगवती नगर का दौरा कर यात्रा प्रबंधों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से स्वास्थ्य सेवाओं, पर्याप्त डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के साथ उचित साफ सफाई करने को कहा है। साथ ही यात्रा रूट पर सभी जरूरी प्रबंध करने के भी निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि अधिकारियों ने उपराज्यपाल को यात्रा मार्ग पर उपलब्ध कराई जाने वाली सभी सुविधाओं के अलावा यात्री निवास में पानी, बिजली आपूर्ति, सीवरेज निपटान, भोजन और आरएफआईडी काउंटरों के बारे में जानकारी दी। उपराज्यपाल ने कहा कि यात्रियों की सहूलियत के लिए सभी जिम्मेदार लोगों को के सामूहिक प्रयासों और विभागीय तालमेल के साथ काम किया जाए।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
यात्रा के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए राज्य पुलिस और सुरक्षा बल सर्तक हैं। बीते दिनों अनंतनाग में आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने सुरक्षा—व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे। बता दें कि कोरोना महामारी की वजह से यह यात्रा तीन साल से बंद थी। ऐसे में यात्रा के लिए प्रशासन सभी तरह की तैयारियां करने में जुटा हुआ है। इसके लिए जवानों द्वारा निगरानी रखी जा रही है। ड्रोन से निगरानी की व्यवस्था भी की गई है।
लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
कोरोना महामारी के चलते यात्रा में इस बार सबसे अधिक श्रद्धालु आने की उम्मीद की जा रही है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन का अनुमान है कि इस बार आठ लाख से अधिक तीर्थयात्री यात्रा के लिए आ सकते हैं। ऐसे में स्थानीय प्रशासन हर स्तर पर तैयारी करने में जुटा है। तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उनके ठहरने, खान पान और चिकित्सा सुविधा में प्रशासन कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता है। इस बार पहली बार 6 बेस हॉस्पिटल बनाए गए हैं। पहलगाम, बालताल और सोनमर्ग में कोविड केयर अस्पताल भी बनाए गए हैं।
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