कुलगाम जिले में ट्रुबजी क्षेत्र के नौपोरा-खेरपोरा गांव में सोमवार को सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो स्थानीय आतंकवादी मारे गए हैं। मारे गए आतंकियों की पहचान क़ैमोह कुलगाम निवासी जुबैर अहमद मीर और कुलपोरा कुलगाम निवासी इदरीस अहमद डार के रूप में हुई है। मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने हथियार तथा गोलाबारूद भी बरामद किया है।
एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि कुलगाम के ट्रुबजी क्षेत्र के नौपोरा-खेरपोरा गांव में आतंकियों की मौजूदगी के संबंध में पुलिस द्वारा प्राप्त विशेष सूचना पर कार्रवाई करते हुए उक्त क्षेत्र में पुलिस, सेना (1 आरआर) और सीआरपीएफ द्वारा पूरे क्षेत्र की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया गया था।
प्रवक्ता ने कहा कि तलाशी अभियान के दौरान जैसे ही संयुक्त तलाशी दल संदिग्ध स्थान की ओर बढ़ा, मौके पर छिपे हुए आतंकियों ने संयुक्त तलाशी दल पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो हुई। हालांकि मुठभेड़ स्थल के आसपास फंसे सभी नागरिकों को सुरक्षाबलों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना सुनिश्चित किया।
इस मुठभेड़ में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के दो स्थानीय आतंकी मारे गए और उनके शव मुठभेड़ स्थल से बरामद किए गए हैं।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार मारे गए दोनों आतंकियों को वर्गीकृत किया गया था और पुलिस व सुरक्षा बलों पर हमले और पीआरआई की हत्या सहित नागरिक अत्याचारों सहित कई आतंकी अपराध के मामलों में शामिल थे।
मुठभेड़ में मारा गया आतंकी जुबैर अहमद मीर अगस्त-2021 से सक्रिय था और आतंकी इदरीस अहमद सहित भोले-भाले युवाओं को आतंकी गुटों में शामिल होने के लिए प्रेरित करके आतंकी गुटों को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहा था।
मुठभेड़ स्थल से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
आईजीपी कश्मीर ने इस अभियान को महत्वपूर्ण बताया क्योंकि मुठभेड़ स्थल राष्ट्रीय राजमार्ग (यात्रा मार्ग) के बहुत करीब है और आतंकी संगठन लश्कर (टीआरएफ) यात्रा में खलल ड़ालने की धमकी भी दे रहा है।
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