यूक्रेन जहां एक ओर रूस के आक्रमण से तहस-नहस हो रहा है वहीं वहां के आम नागरिक अपने ही कथित पुलिस वालों का बर्बर व्यवहार झेलने को मजबूर हैं। यूक्रेन पर रूसी आक्रमण आज 120वें दिन में प्रवेश कर गया है। यूक्रेन के कई शहर, जैसे कीव, खारकीव, मारियुपोल, क्रीमिया, बर्दियांस्क, खेरसॉन में हालात खराब होते जा रहे हैं।
लेकिन इसी युद्ध में फंसे यूक्रेन से आए कुछ दृश्य हिलाकर रख देते हैं। इसमें कथित पुलिस वाले कुछ लोगों के साथ छोटे-मोटे आरोप लगाते हुए हैवानियत बरतते दिख रहे हैं। UkraineNews नामक ट्विटर हैंडल पर डाले गए ये वीडियो एकबारगी तो कट्टर इस्लाम के गढ़ बने पाकिस्तान, अफगानिस्तान या सीरिया से आए मालूम देते हैं लेकिन बताए ये यूक्रेन के जा रहे हैं।
इनमें पुलिस की बर्बरता का पैमाना किसी तरह कट्टर इस्लामी शरिया के सजा के कायदों से कम नहीं दिखता। क्या यूक्रेन में कट्टर इस्लाम की हिंसक सोच पैठ बना चुकी है? क्या सजा के नाम पर पेड़ या खंबे से बांधकर महिलाओं तक के कपड़े उताकर कोड़े लगाने के दृश्य किसी गैर इस्लामी देश में देखे गए थे?
ये कुछ सवाल हैं जो सोचने को मजबूर करते हैं कि आखिर यूक्रेन में ऐसी तालिबानी बर्बरता का रहस्य क्या है? क्योंकि अगर देश गहन युद्ध में फंसा है तो आम लोगों के साथ ऐसा बर्ताव क्यों? क्या ये कहीं कोई प्रोपेगेंडा वीडियो तो नहीं? ऐसे अनेक सवाल जवाब की तलाश में हैं। हम यहां इसी वीडियो का लिंक दे रहे हैं। पाठक इन्हें देखकर स्वयं फैसला लें कि इस पशुता के मायने क्या हैं?
वीडियो लिंक
https://twitter.com/i/status/1518045080656953349
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